जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला, 28 सैलानियों की मौत, नाम पूछकर 50 राउंड फायरिंग, टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी, अमित शाह को मौके पर भेजा गया, मोदी बोले- बख्शे नहीं जाएंगे आतंकी
नई दिल्ली, 22 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं। एक शख्स इजरायल और एक इटली का रहने वाला है। वो घाटी में घूमने के लिए आए हुए थे। आतंकियों ने की 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय सऊदी अरब की यात्रा पर हैं, उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को फोन पर तुरंत पहलगाम जाने का निर्देश दिया। गृह मंत्री पहलगाम के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं। एनआईए की टीम बुधवार को पहलगाम जा सकती है।
इससे पहले अमित शाह आईबी चीफ, जम्मू-कश्मीर के डीजी और सेना व सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग भी की। पीएम मोदी इस मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपलब्ध रहे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल वीके सिन्हा भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर समर्थित आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। यह आतंकी संगठन पहले भी दूसरे राज्य के लोगों पर हमला कर चुका है।
मंगलवार सुबह आतंकवादियों ने पर्यटकों पर बड़ा हमला किया। पर्यटकों का नाम पूछ-पूछकर आतंकियों ने उन पर गोली चलाई। अनंतनाग जिले के बैसरन घाटी के ऊपरी इलाकों में टूरिस्ट घूम रहे थे, तभी अचानक उन पर गोलीबारी कर दी गई। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक आतंकी टूरिस्ट के बड़े ग्रुप को टारगेट करने की फिराक में थे। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आतंकी फरार हो गए। सुनियोजित तरीके से टूरिस्ट को निशाना बनाया गया। इस हमले में न केवल इंसान बल्कि कुछ घोड़े भी घायल हुए हैं, जिनको गोलियां लगी हैं।
आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का निंदा की। प्रधानमंत्री ने लिखा, 'जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस घिनौने हमले के पीछे जो भी है उसे कटघरे में लाया जाएगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई की प्रतिबद्धता अटूट है और यह और भी मजबूत होगी।'
आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सीआरपीएफ की अतिरिक्त क्विक रिएक्शन टीम (QAT) को घटनास्थल के लिए भेजा गया है। आतंकवादियों की तलाश के लिए इलाके की घेरेबंदी के साथ हेलीकॉप्टर से खोजबीन की ज रही है।
धर्म के आधार पर हमला,
नाम पूछकर मारी गोलियां
पहलगाम हमले में धर्म के आधार पर हमले का खुलासा हुआ है। चश्मदीदों ने दावा किया है कि आंतकियों ने पहले नाम पूछा, जैसे ही उन्होंने हिंदू नाम सुना तो उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। आतंकवादियों ने पहलगाम की बैसरन वैली में घुड़सवारी कर रहे एक टूरिस्ट समूह को निशाना बनाया।
सैलानियों का प्रवेश रोकने की साजिश
दरअसल, कश्मीर में कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर आतंकवाद नजर नहीं आता, पहलगाम उसमें से एक ऐसा हिस्सा है। यहां पर पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। मार्च में हुई बर्फबारी के बाद सैकड़ों की तदाद में पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे हैं। पहलगाम के एक पहाड़ के टॉप पर ट्रैकिंग के लिए पर्यटक जाते हैं। गर्मियों के इस सीजन में घाटी में टूरिस्ट की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। टूरिस्ट को निशाना बनाकर आतंकी जम्मू-कश्मीर में सैलानियों के प्रवेश को रोकना चाहते हैं।
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