तेल तिलहन सेमिनार में बोले लोकसभाध्यक्ष, देश की जलवायु, मिट्टी खाद्य तेलों के लिए सर्वश्रेष्ठ, जरूरत है विश्व के सामने लाने की || सिने अभिनेत्री अमीषा पटेल ने किया उद्यमियों को सम्मानित
आगरा, 23 मार्च। भारत की मिट्टी में वह विशेषता है जिससे यहां के बीजों की गुणवत्ता सर्वश्रेष्ठ होती है। यहां की मिट्टी में उगने वाली सभी तिलहन फसलों से बनने वाले खाद्य तेल दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्थान रखते हैं, चाहें बात स्वाद की हो या फिर स्वास्थ्य की। विश्व मंच पर भारत के खाद्य तेलों की इस विशेषता को सामने लाने के लिए एकजुट होकर प्रयास किसान और उद्यमी करें। सरकार आपका पूरा सहयोग करेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने आगरा की धरती से देश के तेल उद्यमियों और किसानों को ये संदेश दिया।
उप्र ऑयल मिलर्स एसोसिएशन ने मस्टर्ड ऑइल प्रोड्यूसर्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया (मोपा) और दी सेन्ट्रल आर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इण्डस्ट्री एवं ट्रेड (कुईट) के तत्वाधान में ताज होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में
आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय रबी तेल तिलहन सेमिनार के 45 वें संस्करण का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि लोकसभाध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि जितनी उपभोक्ताओं की आवश्यकता है, उसके मुकाबले हमारे देश में खाद्य तेल का उत्पादन कम होता है, इसलिए हमें तेल का आयात करना पड़ता है। हमारा खाद्य तेल सबसे सर्वश्रेष्ठ तेल है। हमारी मिट्टी में पैदा होता है, वह तेल सबसे बेहतर है। भारत की जलवायु, भारत की मिट्टी, भारत का पानी खाद्य तेलों के लिए सर्वश्रेष्ठ है। आवश्यकता है तो इसे वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने की। इसके लिए हमें रिसर्च करनी होंगी, उनको दुनिया के सामने लाना होगा। इससे हमारा बाजार बढ़ेगा। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि आजकल मार्केटिंग करने का जमाना है। अधिकांश चिकित्सक मानते हैं कि खाद्य तेलों से बीमारियों नहीं होतीं। इम्यूनिटी बढ़ती है। यदि सरसों तेल की गुणवत्ता पर शोध पत्र कृषि वैज्ञानिक तैयार करें और ऑयल इंडस्ट्री मिलकर उसका प्रचार प्रसार करे तो हमारे खाद्य तेल को कोई चुनौती नहीं दे सकता। इस परिवर्तन के दौर में आप सब चर्चा कर रहे हैं। मंथन कर रहे हैं। विचार कर रहे हैं। इसका अमृत जरूर निकलेगा।
इससे पूर्व सेमिनार का शुभारंभ मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्र राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल, सांसद राजकुमार चाहर, मेयर हेमलता दिवाकर, एमएलसी विजय शिवहरे, राष्ट्रीय संयोजक दिनेश राठौड़, कुईट अध्यक्ष सुरेश नागपाल, महेश राठौड़, यूपीओमा अध्यक्ष अजय गुप्ता, मोपा अध्यक्ष बाबूलाल डाटा, यश अग्रवाल, भरत भगत, कुमार कृष्ण गोयल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
यूपीओमा अध्यक्ष अजय गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। राष्ट्रीय संयोजक दिनेश राठौड़ ने सरसों तेल उत्पादन एवं उद्योग की चुनौतियों की ओर मंच का ध्यान आकर्षित किया। मंच संचालन करते हुए लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने कहा कि सरसों तेल उद्यमियों द्वारा किया गया ये प्रयास देश को बेहतरीन खाद्य उत्पाद देगा।
सेमिनार का समापन सम्मान समारोह के साथ हुआ। सिने अभिनेत्री अमीषा पटेल ने देशभर से आए उद्यमियों एवं व्यापारियों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने मंच से कहा कि शुद्ध भोजन स्वस्थ जीवन देता है और देशी उत्पाद से बेहतर कुछ और नहीं है। सरसों तेल इसी शुद्धता पर खरा उतरता है।
सेमिनार को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा देश है, इस नाते भारत में खाद्य तेल की खपत भी बड़ी मात्रा में होती है। ये विडंबना है कि भारत पूरी दुनिया में अन्नदाता के रूप में जाना जाता है वहां खाद्य तेल का आयात किया जाता है। सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने किसानों की समस्या को सेमिनार में उठाया।
दूसरे दिन के सत्रों में डॉ ममता बंसल, अंशु मलिक, प्रीतीश रोहन, संजीव अस्थाना, सीए आरके जैन, एसके सिंह, ऋषि अग्रवाल, अजय झुनझुनवाला, दीपक डाटा, पियूष, संजीव अग्रवाल, महेश राठौड़, डॉ बीबी मेहता, शैलेश बलदेव, नागराज मेडा, मनीष अग्रवाल रावी मंचासीन रहे।
सेमिनार में विनोद राजपूत, अनिल छतर, अजय झुनझुनवाला, गजेंद्र झा, महेश गोयल, सुनील गोयल, एसके जैन, दीपक गुप्ता, महेश राठौड़, राकेश गुप्ता, मधुकर गुप्ता, वासु पंजवानी, नरेश करीरा, रमन जैन, जयराम, रामप्रकाश राठौड़, जोनू गुप्ता, राघव गुप्ता, संजोग गुप्ता, राजीव गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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