सुमन के घर हमले को बड़ा मुद्दा बनाएगी सपा, ईद के बाद प्रदेशभर में आंदोलन || सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल और शिवपाल आगरा आए || सुमन के बेटे और दरोगा ने लिखाए मुकदमे || रामजीलाल बोले- माफी नहीं मांगूंगा

आगरा, 27 मार्च। समाजवादी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन के यहां स्थित घर पर बुधवार को करणी सेना द्वारा किए गए हमले को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। सपा के दो बड़े नेता रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव ने गुरुवार को यहां आकर सुमन के परिवारीजनों से भेंट की और कहा कि पार्टी के दलित नेता के घर पर हमले के खिलाफ ईद के बाद प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस बीच रामजीलाल सुमन ने दिल्ली में कहा कि वे इस मामले में किसी से माफी नहीं मांगेगे। घर पर हमले को लेकर सुमन के पुत्र ने हरिपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सुमन के यहां सुरक्षा में तैनात एक दरोगा द्वारा भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा लिखाया गया है।
पुलिस की विफलता रही, सपा डट 
कर मुकाबला करेगी- शिवपाल 
वरिष्ठ सपा नेता और विधायक शिवपाल यादव ने गुरुवार को यहां रामजीलाल सुमन के परिवार से मुलाकात के बाद भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए पत्रकारों से कहा कि एक जनप्रतिनिधि के घर पर तोड़फोड़ और हमला होना स्थानीय पुलिस की विफलता है। इस तरह के प्रदर्शन की जानकारी स्थानीय पुलिस को पहले से थी। करणी सेना के लोग यहां आए, तोड़फोड़ की और फिर हमला बोलना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं जातिसूचक शब्दों से हमला बोला। यह सबकुछ प्रशासन खड़ा देखता रहा जबकि लोग कई किलोमीटर से चलकर यहां आए हमला करने के बाद उनको गिरफ्तार कर उन पर कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन सब को छोड़ दिया गया।
शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा और उनके कार्यकर्ता देश का सौहार्द्र बिगाड़ना चाहते हैं। रामजीलाल सुमन समाजवादी पार्टी के दलित और बड़े नेता हैं। सुमन के साथ पार्टी पूरी तरह से खड़ी हुई है। शिवपाल यादव का कहना था कि भाजपा सरकार दलित और अल्पसंख्यक विरोधी है। इसका हम डटकर मुकाबला करेंगे।
यह सब प्रशासन और सूबे के मुखिया की 
जानकारी में हुआ- रामगोपाल यादव
इससे पहले यहां पहुंचे सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने रामजीलाल सुमन के पुत्र और परिवार से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह सब स्थानीय प्रशासन और सूबे के मुखिया की जानकारी के अंतर्गत हुआ अन्यथा मुख्यमंत्री जहां मौजूद हों और वहां से एक किलोमीटर दूरी पर एक जनप्रतिनिधि के यहां तोड़फोड़ बवाल और पथराव हो रहा हो, यह कैसे संभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को पहले से ही मालूम था कि सुमन के घर पर विरोध प्रदर्शन हो सकता है। करणी सेना के लोग बुलडोजर, लाठी-डंडे और तलवार लेकर सड़कों पर दिखाई दिए और घर तक पहुंच गए और स्थानीय पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई, यह भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है।
रामगोपाल यादव ने कहा कि घटना पूरी तरह से सुनियोजित है, क्योंकि मामला एक दलित समुदाय से जुड़ा हुआ है अगर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन दलित न होते तो यह सुनियोजित प्रदर्शन भी नहीं होता। रामजीलाल सुमन का गुनाह है कि वह दलित हैं। उन्होंने कहा कि जो बात सदन में उठी तो सदन में ही खत्म होनी चाहिए। लोग उनके घर तक क्यों पहुंचे, पथराव क्यों किया और एक जनप्रतिनिधि के परिवार में इतनी दहशत पैदा कर दी कि वह घर से निकलने में भी डर रहे हैं। इतना सब कुछ हो गया और स्थानीय पुलिस के आला अधिकारियों ने कुछ प्रदर्शनकारियों को पकड़ा और फिर उन्हें थाने से ही जमानत देकर रिहा कर दिया गया। पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। समाजवादी पार्टी ईद के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेगी और सरकार को कार्यवाही करने पर मजबूर कर देगी।
पुत्र रणजीत सुमन और दरोगा ने लिखाए मुकदमे
बुधवार को हुए हमले के बाद रामजीलाल सुमन के बेटे और पूर्व विधायक रणजीत सुमन ने करणी सेना के प्रमुख ओकेंद्र राणा और सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कराया है। उन्होंने जानलेवा हमला, घर में घुसकर पथराव, तोड़फेड़ और लूट का आरोप लगाया है। वहीं सांसद की सुरक्षा में तैनात पुलिस के उपनिरीक्षक दिनेश कुमार की ओर से भी करणी सेना पर केस दर्ज हुआ है।
सांसद के बेटे और जलेसर से पूर्व विधायक रणजीत सुमन ने कहा कि पिछले कई दिनों से लगातार सोशल मीडिया पर धमकी भरे संदेश आ रहे थे। पिछले दो दिन से घर पर आने की चुनौती दी जा रही थी। इस पूरे प्रकरण की पुलिस-प्रशासन को जानकारी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आरोपियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।
पीएसी और सिविल पुलिस तैनात
सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पीएसी और सिविल पुलिस की तैनाती की गई है। पीएसी बटालियन की चार से पांच टुकड़ियां लगी हैं। इसके अलावा सिविल पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं। मौके पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और पुलिसकर्मियों की भीड़ जुटी हुई है। पूरे घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने भी पुरजोर आपत्ति जताई है।
किसी से माफी नहीं मागूंगा- रामजीलाल सुमन 
इस बीच नई दिल्‍ली स्थित संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में रामजीलाल सुमन ने बताया कि उन्‍होंने अपनी सुरक्षा को लेकर राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की है। स्‍पीकर को चिट्ठी लिखकर उन्‍होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है। सुमन ने बताया कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। साथ ही कहा कि वह किसी से माफी नहीं मांगेंगे।
एक दिन पहले किया था करणी सेना ने हमला
रामजीलाल सुमन ने पिछले दिनों राज्‍यसभा में कहा था कि मुगल शासक बाबर को भारत में बुलाए जाने के लिए राणा सांगा को जिम्मेदार हैं। इस पर उनका विरोध शुरू हो गया। करणी सेना के पदाधिकारियों ने आगरा स्थित सुमन के आवास पर बुधवार को हमला किया और तोड़फोड़ की।
तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी की मांग
आगरा। राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा एडवोकेट ने पुलिस कमिश्नर को एक शिकायती पत्र देकर मांग की है कि सपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा दलित नेता रामजीलाल सुमन के आवास पर गुंडागर्दी तोड़फोड़ करने वाले तत्वों के विरुद्ध दर्ज रिपोर्ट में अन्य धाराओं के साथ-साथ रासुका दलित एक्ट एवं जानलेवा की धाराएं भी लगाई जाएं और शीघ्र ऐसे तत्वों की गिरफ्तारी की जाए। मांग करने वालों में प्रमुख रूप से अधिवक्ता राम दत्त दिवाकर आर एस मौर्य पवन कुमार गौतम बी एस फौजदार राजेंद्र गुप्ता धीरज सत्य प्रकाश सक्सेना उमेश जोशी अश्विनी श्रीवास्तव चंद्रभान निर्मल रतीराम राकेश नौहवार एवं जिला कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता पवन कुमार शर्मा प्रदीप चंसौलिया मुकेश गढ़ौक सुरेश अमौरिया नवीन वर्मा ओपी वर्मा आदि हैं।
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