सांसद सुमन के खिलाफ अदालत में वाद दायर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी प्रतिवादी बनाया
आगरा, 24 मार्च। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन द्वारा इतिहास पुरुष और योद्धा राणा सांगा के विरुद्ध संसद में की गई टिप्पणी स्थानीय अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने उनके विरुद्ध जिले की अदालत में वाद दायर कर दिया है। इस वाद में सुमन के बयान का समर्थन करने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी प्रतिवादी बनाया गया है।
अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व सांसद रामजीलाल सुमन के विरुद्ध यह वाद सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में दायर किया है। अधिवक्ता ने अपने वाद में तथ्य प्रस्तुत कर दावा किया है कि मुगल आक्रांता बाबर को भारत में राणा सांगा नहीं बल्कि इब्राहिम लोदी के विरुद्ध दौलत खान लोदी लाया था। सोमवार से ही इस केस की सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन में हुई। न्यायाधीश ने फाइल को अग्रिम आदेश के लिये रख लिया है। सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश सिकरवार, एसपी सिंह सिकवार, शिव आधार सिंह तोमर, संतोष धाकरे न्यायालय में उपस्थित रहे।
अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने कहा है कि मीडिया से जानकारी मिली कि विपक्षी रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा के बारे में झूठ फैलाया कि राणा सांगा ने बाबर को भारत पर आक्रमण के लिए आमंत्रित किया था जो कि उपलब्ध ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार एक झूठा तथ्य है। बाबर ने स्वयं लिखा है- उसे भारत में दौलत खान लोदी ने बुलाया था। अधिवक्ता ने कहा कि बाबरनामा, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद एनेट सुज़ाना बेवरिज ने किया है, के प्रथम भाग में पेज संख्या 439, 440 और 441 पर उल्लेख है कि बाबर को पंजाब के तत्कालीन गवर्नर दौलत खान लोदी ने भारत में इब्राहिम लोदी के विरुद्ध आक्रमण करने के लिए बुलाया था।
अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह योगेश्वर श्रीकृष्ण सांस्कृतिक अनुसंधान संस्थान ट्रस्ट, आर्य संस्कृति सरक्षण ट्रस्ट और क्षत्रिय शक्तिपीठ विकास ट्रस्ट से जुड़े हैं।
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