फुफेरी बहन ने चांटा मारा तो 12 वर्षीय बालक ने लगा ली फांसी!

आगरा, 01 मार्च। थाना सिकंदरा के अंतर्गत कीठम स्थित सूरकुटी दृष्टिबाधित विद्यालय के रिकॉर्ड रूम में बारह वर्षीय बालक ने आत्महत्या कर ली। 
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बालक ने यह कदम खेलते समय गेंद खोने पर हुए फुफेरी बहन से विवाद होने के बाद उठाया। कहा जा रहा है कि फुफेरी बहन ने उसे चांटा मार दिया था। इससे वह गुस्से में था। सूरकुटी दृष्टिबाधित विद्यालय के प्रधानाचार्य महेश कुमार के साले का बेटा 12 साल का अंकित पुत्र अशोक कुमार पिछले चार साल से उनके पास रह रहा था। विद्यालय में ही प्रधानाचार्य का आवास है और अंकित दृष्टिबाधित नहीं था। वह रुनकता के एक स्कूल में कक्षा चार में पढ़ रहा था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अंकित अपने स्कूल से लौटने के बाद शाम को फुफेरी बहन पूजा के साथ खेल रहा था, इसी दौरान गेंद खो गई। इससे दोनों के बीच तकरार हो गई। पूजा ने अंकित के थप्पड़ जड़ दिया, इससे गुस्से में वह चला गया। करीब दो घंटे तक उसका कोई पता नहीं चला तो उसकी तलाश की।
विद्यालय परिसर के रिकॉर्ड रूम का गेट अंदर से बंद था, खिड़की से देखा तो अंदर अंकित फंदे पर लटका हुआ था। खिड़की को ग्राइंडर से काटकर अंदर प्रवेश किया गया और अंकित को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
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