तड़के गाजियाबाद में हादसा, आधा घंटे तक फटते रहे एलपीजी के डेढ़ सौ सिलेंडर, दो-तीन घर और गोदाम आए आग की चपेट में, वाहन भी जले, जनहानि नहीं
गाजियाबाद, 01 फरवरी। दिल्ली-वजीराबाद मार्ग पर शनिवार की सुबह भयावह हादसा हुआ। यहां गैस सिलेंडरों से भरे चलते ट्रक में आग लगने से आधा घंटे तक लगभग 150 सिलेंडर फटते रहे। एक सिलेंडर सौ मीटर दूर उछलकर जाकर गिरा, इससे दो-तीन घरों में आग लग गई। धमाकों की चपेट में आने से एक गोदाम भी ढह गया। कुछ वाहन भी आग की चपेट में आकर जल गए। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, धमाके इतने तेज थे कि लगा बम ब्लास्ट हो रहा है। लोग डरकर घरों से भाग गए। आस-पास खड़े वाहन जलकर राख हो गए। ड्राइवर चलते ट्रक से कूद गया, जिससे उसकी जान बच गई। सिलेंडरों में धमाकों की आवाज तीन किमी दूर तक सुनाई दी। आग की लपटें भी काफी दूर से ही दिखाई दे रही थीं।
सूचना पर फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां पहुंचीं और डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसा स्थल दिल्ली-वजीराबाद रोड पर टीला मोड़ क्षेत्र के भोपुरा चौक के निकट का बताया गया है। आग की ऊंची लपटों को देखकर दूसरे वाहन चालक दूर ही रुक गए थे।
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे के आसपास वे सभी सो रहे थे। घर के अंदर महिलाएं भाग रहीं थीं। उनसे कहा गया कि बच्चों को लेकर भागो, आग लग गई है। बाहर देखा तो सिलेंडर फट रहे थे। सिलेंडर ऐसे हवा में उड़ रहे थे जैसे आग के गोले हवा में गिर रहे हों। आग की चपेट में आने से लकड़ी के गोदाम को बहुत नुकसान हुआ। दो-तीन घरों में भी आग लग गई। धमाकों से होटलों के शीशे टूट गए।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने मीडिया को बताया कि तड़के 4:35 बजे एलपीजी सिलेंडरों से भरे ट्रक में आग लगने की सूचना मिली थी। फायर टेंडर मौके पर भेजे गए। आस-पास के मकानों को खाली कराया गया। दो-तीन मकानों और कुछ गाड़ियों में आग लग गई थी। आग पर काबू पा लिया है। सिलेंडर लगातार फटने से अग्निशमन कर्मियों आग बुझाने में समय लगा। किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
______________________________________
Post a Comment
0 Comments