Updated: अमर उजाला के संस्थापक परिवार ने खोया युवा सदस्य, नहीं रहे स्व अनिल अग्रवाल के पुत्र सौरभ आनंद || जानिए क्या कहती है मेडिकल साइंस, क्या रक्तचाप में उतार-चढ़ाव बन रहा जानलेवा?
आगरा, 23 दिसम्बर। पिछले कुछ दिनों से शहर ही नहीं, देश के विभिन्न हिस्सों से अचानक हृदयाघात से मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है। शहर के प्रमुख परिवार को भी विगत रात्रि अपने युवा सदस्य का बिछोह सहना पड़ा। "अमर उजाला समूह" के संस्थापक स्वर्गीय डोरीलाल अग्रवाल के पौत्र और पूर्व प्रधान संपादक स्व. अनिल अग्रवाल के ज्येष्ठ पुत्र सौरभ आनंद के विगत रात्रि नोएडा में निधन की वजह भी हृदयाघात बना।
परिवारीजनों के अनुसार, सौरभ आनंद के घर पर विगत रात्रि कुछ परिचित आए हुए थे, उनके साथ रात्रिभोज शुरू होने से पहले ही अचानक उन्हें हृदयाघात हुआ। उन्हें तुरंत चिकित्सकों के पास ले जाया गया, लेकिन सौरभ को बचाया नहीं जा सका। सौरभ रक्तचाप के मरीज थे, लेकिन उन्हें कभी कोई बड़ी शिकायत नहीं रही थी।
लगभग 47 वर्षीय सौरभ आनंद अमर उजाला समूह के निदेशक के रूप में मेरठ, वाराणसी, आगरा और दिल्ली यूनिटों का कार्यभार देख चुके थे। अमर उजाला से अलग होने के बाद वे लम्बे समय से परिवार सहित नोएडा के सेक्टर 44 में निवास कर रहे थे। वह सौर ऊर्जा के व्यवसाय से जुड़ गए थे और दिशा भारती मीडिया कंपनी की पत्रिका का भी प्रकाशन करते थे।
उनके निधन की सूचना मिलते ही आगरा से उनके ताऊजी अमर उजाला के पूर्व चेयरमैन व प्रधान संपादक अशोक अग्रवाल, चाचाजी अमर उजाला और डीएलए के संपादक अजय अग्रवाल परिवार सहित नोएडा पहुंच गए। सूचना पर अन्य रिश्तेदार भी नोएडा पहुंचे और सोमवार की दोपहर गमगीन माहौल में सौरभ आनंद का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सौरभ आनंद ने अपने पीछे पत्नी सोनाली, पुत्री ईशा, भाई सागर आनंद और बहन सुरभि को छोड़ा है। सौरभ की मां डा कमलेश अग्रवाल का पूर्व में निधन हो चुका है।
सौरभ आनंद के चाचा अजय अग्रवाल ने बताया कि उठावनी मंगलवार 24 दिसंबर को गोल्फ कोर्स, नोएडा में पूर्वाह्न 3 से 4 बजे तक होगी।
उतार-चढ़ाव मुख्य कारण?
शहर के प्रमुख चिकित्सक डॉ मुनीश्वर गुप्त का कहना है कि रक्तचाप में उतार-चढ़ाव की समस्या से ग्रस्त लोगों को अधिक मेहनत या एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। अक्सर देखा गया है कि बीपी के मरीज कोई भी थकान भरा कार्य करते हैं तो उन्हें हृदयाघात की आशंका बढ़ जाती है। कुछ मौकों पर यह जानलेवा साबित हो जाती है। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम अल सुबह टहलने और अधिक एक्सरसाइज करने से भी बचना चाहिए। सर्दी में रक्तचाप बढ़ता ही है। उन्होंने सलाह दी कि यदि कोई व्यक्ति ब्लड प्रेशर की दवाई खाता है तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, यदि संपर्क करने में समय लग रहा हो तो तब तक दवाई को डबल कर ले, इससे नुकसान कुछ नहीं होगा।
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