पायलट मिश्रा ने आबादी को बचाया, क्रैश विमान से महज दो सौ मीटर दूर है गांव
आगरा, 04 नवम्बर। कागारौल थाना क्षेत्र में क्रैश हुए भारतीय वायुसेना के मिग-29 विमान के पायलट विंग कमांडर एम मिश्रा ने सूझबूझ से ग्राम वघा सोनिगा को तबाह होने से बचा लिया। सोमवार की शाम जहां विमान जमीन पर गिरा, वहां से वघा सोनिगा का आबादी क्षेत्र महज की दूरी 200 मीटर है।
ताजा मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान आदमपुर, पंजाब से आगरा आ रहा था। विंग कमांडर एम मिश्रा इस विमान के पायलट थे। सायंकाल के समय कागारौल-फतेहपुरसीकरी रोड पर स्थित ग्राम वघा सोनिगा और भानपुर और आसपास के अन्य गांवों के लोगों ने देखा कि आसमान से जलती हुई बड़ी सी वस्तु बड़ी तेजी से जमीन की ओर आ रही है।
आसमान में आग की लपटों से घिरे विमान को देख गांव के लोगों ने शोर मचाकर सभी को सचेत कर दिया। लोगों ने देखा कि जलते विमान से एक पायलट ने पैराशूट से जम्प किया है। मिग 29 विमान और पायलट एक साथ नीचे की ओर आ रहे थे। लोग उस ओर दौड़ पड़े, जिधर विमान के गिरने की संभावना थी।
आसमान में ही आग की लपटों से घिर चुका मिग 29 बघा सोनिगा गांव के पास एक ऐसे खेत में गिरा जिसमें हाल ही में सिंचाई की गई थी। मतलब खेत की मिट्टी गीली थी। गीली मिट्टी के बाद भी मिग 29 विमान धू-धू कर जल रहा था।
पैराशूट से नीचे आए विंग कमांडर एम मिश्रा विमान से थोड़ी ही दूरी पर एक ऐसे खेत में उतरे जिसकी किसान ने हाल ही में जुताई की थी और वह सूखा था। मिट्टी भुरभुरी थी। इसकी वजह से विंग कमांडर मिश्रा को जमीन से टकराने पर उतनी धमक नहीं लगी, जितनी कठोर जमीन पर लगती। इसके बाद भी एयरफोर्स के अधिकारी उन्हें एहतियातन तत्काल अस्पताल ले गए।
मिग 29 के पायलट विंग कमांडर एम मिश्रा के खेत में उतरते ही गांव के लोग दौड़कर उनके पास पहुंच गए और मदद की पेशकश की। खेत में उतरने के कारण विंग कमांडर मिश्रा ठीक थे, उन्होंने पास पहुंचे लोगों से बातचीत भी की और कहा कि वे सकुशल हैं।
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