विशेषज्ञों ने बताया- फुटवियर कैसे बन सकता है औद्योगिक विकास का सिरमौर || मीट एट आगरा में दिन भर चले तकनीकी सत्र, फुटवियर में तकनीकी अनुसंधान के लिए एमओयू

आगरा, 09 नवम्बर। आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्टर्स चैम्बर्स (एफमेक) द्वारा आगरा ट्रेड सेंटर में आयोजित किये गए ‘मीट एट आगरा ’ के 16वें संस्करण में शनिवार को तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। पहला सत्र फुटवियर निर्माण में स्थिरता और नवाचार, सरकारी नीतियाँ और उद्योग समाधान पर केंद्रित रहा। एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक प्रतुल चंद्र सिन्हा ने एमएसएमई क्षेत्र में सरकारी योजनाओं के महत्व को उजागर किया। ताइवान के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख माइल्स ल्यू ने कहा कि तकनीकी सहयोग से भारत उद्योग को ओर मजबूती से आगे ले जा सकता है। इफ्कोमा अध्यक्ष संजय गुप्ता ने के दृष्टिकोण से उद्योग के विकास की दिशा पर चर्चा की। अस्मा के अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली और एमपीआईडीसी के नॉलेज पार्टनर ध्रुव ओवरॉय ने उद्योग में प्रौद्योगिकियों पर होने वाले कार्यों पर बात की।
दूसरा सत्र स्मार्ट फुटवियर के भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी का समन्वय रहा। एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के सचिव आईएएस प्रांजल यादव ने बताया कि कैसे एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग स्मार्ट फुटवियर उद्योग के विकास में सहायक हो सकता है। आईएलजीए के चेयरमैन मोतीलाल सेठी ने जूता उद्योग में आने वाली नई चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की।
डॉ. पंकज शर्मा ने शैक्षिक दृष्टिकोण से स्मार्ट फुटवियर के विकास में तकनीकी शिक्षा और प्रोफेशनल ट्रेनिंग की भूमिका पर चर्चा की। चेतन गुप्ता ने व्यावसायिक दृष्टिकोण से स्मार्ट फुटवियर के उत्पादन में नई तकनीकों और वैश्विक मानकों की भूमिका पर विचार साझा किए। आयुषी झा ने इन्वेस्ट इंडिया के दृष्टिकोण से बताया कि भारत में स्मार्ट फुटवियर के क्षेत्र में निवेश के अवसर किस प्रकार बढ़ सकते हैं। नकुल मनचंदा ने स्मार्ट प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया।
सत्र के समापन में एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने स्मार्ट फुटवियर के उद्योग में प्रौद्योगिकी के समन्वय की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग के भविष्य के लिए तकनीकी विकास को लेकर अपने विचार साझा किए और इस क्षेत्र में भारत के संभावित नेतृत्व की ओर इशारा किया।
तीसरा और अंतिम सत्र फुटवियर में रिटेल का भविष्य - ई-कॉमर्स, ओमनी-चैनल और आगे की दिशा विषय पर रहा। जॉइंट कमिश्नर, इंडस्ट्री अनुज कुमार ने ऑनलाइन रिटेल और स्थानीय उद्योगों के समन्वय पर जोर दिया। एसबीआई के डीजीएम राजीव मिश्रा ने कहा कि फुटवियर उद्योग को वित्तीय समाधान पर भी ध्यान देना चाहिए। लेदर सेक्टर स्किल काउंसिल के कार्यकारी निदेशक संजय कुमार ने फुटवियर उत्पादन और कौशल विकास के महत्व को बताया। ईसीजीसी के शाखा प्रबंधक आशीष वर्मा ने फुटवियर निर्यात और इंटरनेशनल मार्केट में ऑनलाइन रिटेल की बढ़ती भूमिका पर विचार व्यक्त किए।
फुटवियर में तकनीकी अनुसंधान के लिए एमओयू
शारदा यूनिवर्सिटी की साथ फुटवियर में तकनीकी अनुसंधान के लिए हुआ पर हस्ताक्षर हुए जिसमें यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. डॉ. जयंती रंजन ओर एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने एमओयू  पर हस्ताक्षर करके प्रपत्रों का आदान प्रदान किया। शारदा यूनिवर्सिटी और आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्टर्स चैम्बर्स (एफमेक) के बीच फुटवियर क्षेत्र में तकनीकी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। 
इन्होंने किया उदघाटन 
इससे पहले दूसरे दिन के सत्रों का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन मुख्य वक्ता एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग उत्तर प्रदेश के सचिव आईएएस प्रांजल यादव, मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी निदेशक प्रतुल चंद्र सिन्हा, जॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्री अनुज कुमार, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, फेयर ऑर्गनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन गोपाल गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। संचालन सौरभ मनचंदा ने किया। 
_______________________________


ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments