ऐसा क्या हुआ कि विमान उड़ते समय हो गया क्रैश? खेत में कैंप लगाकर वायुसेना अधिकारियों ने शुरू की जांच, ग्रामीणों से मांगा सहयोग

आगरा, 05 नवम्बर। कागारौल के वघा सोनिगा गांव में सोमवार शाम को मिग-29 विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वायु सेना अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। एयरफोर्स अधिकारी गांव में ही कैंप कर रहे हैं। उस खेत को रस्सी लगाकर सील कर दिया गया है, जहां पर विमान गिरा था।
जहां हादसा हुआ वहां से दो किलोमीटर के रेडियस में पड़ताल की गई। प्रत्यक्षदर्शियों से भी जानकारी जुटाई गई। सर्च के दौरान टीम को ब्लैक बॉक्स भी मिल गया, जिसकी जांच अलग से जारी है। आसपास के लोगों से और प्रत्यक्षदर्शियों से मुलाकात करने के बाद उन्होंने हादसे का पूरा ब्यौरा लिया। 
यह टीम दिल्ली जाकर रक्षा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। गांव में दो घरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं, उनसे भी वीडियो रिकॉर्डिंग मांगी गई है। इसके अलावा लोगों ने जितने वीडियो शूट किए उन सभी को एयर फोर्स के अधिकारियों ने ग्रामीणों से मांगा है।
मिग-29 विमान सोमवार की शाम करीब चार बजे वघा सोनिगा गांव के नजदीक क्रैश हुआ था। दुर्घटना के 20 मिनट के अंदर एयरफोर्स के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। जांच अधिकारी यह जानना चाहते हैं कि विमान में ऐसी क्या तकनीकी खराबी आई जो आसमान में उड़ते समय क्रैश हो गया। चूंकि विमान का मलबा अभी गांव के खेत में ही पड़ा है, इसलिए जांच की प्रक्रिया भी मौके पर रहकर ही पूरी होगी, इसलिए एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए विमान के नजदीकी टेंट लगा दिए गए हैं। जांच अधिकारी इन्हीं टेंट्स में प्रवास कर जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। 
सोमवार को जिस समय विमान में आग बुझाई गई थी, तब तक अंधेरा हो चुका था, इसीलिए विमान के मलबे को एकत्रित नहीं किया जा सकता था। मंगलवार की सुबह एयरफोर्स के अधिकारियों ने गांव के युवाओं और बच्चों की मदद से विमान के गिरने वाले स्थल से दूर-दूर तक बिखरे पड़े विमान के विभिन्न पार्ट्स के टुकड़ों को एकत्रित कराया। 
एयरफोर्स के जवान और अन्य अधिकारी गांव के आसपास घूम-घूम कर यह देख रहे थे कि विमान का कोई हिस्सा पड़ा तो नहीं रह गया है। यह जांच प्रक्रिया कई दिन तक चल सकती है, इसलिए तब तक गांव में एयरफोर्स अफसरों का कैंप भी चलता रहेगा।
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