16वां मीट एट आगरा कल आठ नवंबर से, 35 देशों का प्रतिनिधित्व, 196 स्टॉल्स पर दिखेगी, लैदर, कंपोनेंट और नवीन मशीनरी की विविधता

आगरा, 07 नवम्बर। मथुरा रोड पर ग्राम सींगना में स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में शुक्रवार से शुरू हो रहे सोलहवें मीट एट आगरा लैदर, कंपोनेंट और मशीनरी मेले में 196 स्टॉल्स पर फुटवियर निर्माण से जुड़ी वस्तुओं की प्रदर्शनी शुरू हो जाएगी। दस नवम्बर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय मेले का पहला दिन पूरी तरह स्टालधारकों के नाम रहेगा। दूसरे दिन करीब छह प्रजेंटेशन और तीन तकनीकी सत्र होंगे। तीसरे दिन सर्वश्रेष्ठ स्टालधारकों का सम्मान किया जाएगा।
यह जानकारी गुरुवार को आगरा ट्रेड सेंटर पर मीट एट आगरा की आयोजक संस्था आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर एंड एक्सपोर्ट चैंबर (एफमेक) के पदाधिकारियों ने दी। अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि इस बार स्टालधारकों के पास अधिकाधिक विजिटर्स पहुंचाने और उनसे फीड बैक लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रत्येक स्टॉल पर क्यू आर कोड भी लगाए जा रहे हैं। मेले का उदघाटन पूर्वाह्न 11 बजे उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राकेश गर्ग और और एलएसएससी के अध्यक्ष मुख्तारुल अमीन द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। मीट एट आगरा में छह हजार से अधिक ट्रेड विजिटर्स शामिल होंगे, जिसमें 35 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व होगा। ताइवान, जर्मनी, ब्राज़ील, स्पेन, इटली, चीन और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों ने विशेष रुचि दिखाई है।
डावर ने बताया कि ताइवान, स्पेन, स्विट्जरलैंड और इंग्लैंड के प्रतिनिधिमंडलों द्वारा भी मेले में भागीदारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षों में उदघाटन सत्र में ही आधा दिन चला जाता था, इस बार इसकी अवधि अधिकतम आधे घंटे की रखी गई है। नौ नवंबर को मार्केटिंग, नए स्टार्टअप, तकनीकी और व्यापारिक संस्थानों से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा तकनीकी शिक्षण संस्थाओं से 25-25 विद्यार्थी बुलाए गए हैं।
एफमेक के संयोजक कैप्टन ए एस राना ने कहा कि मेले का मुख्य उद्देश्य नई तकनीकी, मशीनरी के बारे में जानकारी देना है। इस बार तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी यह अहसास हो सकेगा कि शू इंडस्ट्री भी उनके लिए बेहतर हो सकती है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सहगल ने कहा कि किसी भी मेले की सफलता इससे पता लगती है कि कितने एक्जीविटर दुबारा आते हैं। आगरा में यह अनुपात 55 % है। मेले में अभी विदेशी भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है, इसीलिए ताइवान के डेलिगेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह प्रतिनिधिमंडल तीन दिन तक देखेगा कि क्या संभावनाएं हैं। यह अच्छा संकेत है। ताइवान के साथ अभी तक तमिलनाडु में प्रोजेक्ट लगे हैं। आगरा में लगाने के प्रयास होंगे।
अशोक अरोड़ा ने भी मेले के लाभों को गिनते हुए व्यापारियों से इससे जुड़ने की अपील की। प्रेस वार्ता के दौरान एफमेक के सचिव ललित अरोड़ा, मेले के चेयरमैन गोपाल गुप्ता, सुधीर गुप्ता, प्रदीप वासन, उचित सचदेवा, सीएलई के उपनिदेशक आर के शुक्ला उपस्थित थे।
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