महिला व युवा उद्यम लगाएं सरकार देगी दो करोड़ रुपये के ऋण
आगरा, 16 अक्टूबर। एमएसएमई डीएफओ के सहायक निदेशक नेपाल सिंह ने बुधवार को महिला उद्यमियों के लिए राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अगर किसी महिला या युवा उद्यमी में इच्छा शक्ति है और उनके पास उद्योग खोलने की कोई परियोजना है तो एमएसएमई विभाग उन्हें दो करोड़ तक ऋण उपलब्ध करवा सकता है और निःशुल्क प्रशिक्षण कराएगा। ऋण के बाद उद्योग लगाने हेतु भूखंड यूपीएसआईडीसी से आवंटित कराया जा सकता है या निजी भूमि पर एक करोड़ तक विकसित करने के लिए एमएसएमई विभाग व्यवस्था कर सकता है।
नेपाल सिंह जीवनी मंडी स्थित चैंबर भवन में महिला उद्यमियों के लिए खाद्य प्रसंस्करण पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत बिना कोलैटरल सिक्योरिटी के बैंक से 10 लाख तक का ऋण उपलब्ध कराया जा सकता है। प्रशिक्षण एवं परामर्श हेतु इंजीनियर्स एवं विशेषज्ञ एमएसएमई में उपलब्ध हैं।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए चैम्बर अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य है कि महिलाएं स्वावलंबी बनें, देश की उन्नति में आगे आएं। चैम्बर हर प्रकार से सहयोग के लिए तत्पर है।
ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एवं स्किल डेवलपमेंट के जे. सी. शर्मा द्वारा बागवानी फसलों से निर्मित पौष्टिक व संरक्षित खाद्य पदार्थों के उत्पादन हेतु विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। संचालन पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने किया।
कार्यशाला में एमएसएमई डीएफओ से अंजू शर्मा, चैंबर महिला उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ की चेयरपर्सन डॉ. रीता अग्रवाल, को-चेयरपर्सन निधि अग्रवाल, वत्सला प्रभाकर, शीला बहाल, विनीता जादौन, अनीता राघव, स्नेहा जैन, सीमा सिंह, नीलोफर, खुशबू बिरला, राधा, नुपुर अग्रवाल, अनुजा अग्रवाल, रेखा सिंह, श्रेया श्रीवास्तव, सरिया, कोमल मीणा, वर्षा मीणा सोना, मधु कुमारी, अनुराधा, प्रियंका उपस्थित थीं।
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