क्यों हुई "सुरेशचंद्र दिनेशचंद्र" के संचालकों की जीएसटी अफसरों से तकरार ...और कर दिया 12 लाख जमा करने से इंकार

आगरा, 11 अक्टूबर। शहर के प्रमुख साड़ी शोरूम "सुरेशचंद्र दिनेशचंद्र" के संचालकों ने एसजीएसटी विभाग द्वारा विगत दिवस किए गए सर्वे में निकाली गई 12 लाख रुपये की मांग को जमा करने से इंकार कर दिया। सर्वे के दौरान नियमों को लेकर तकरार भी हुई।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, फर्म ने बीते वर्ष में 57 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाई। सर्वे में शामिल अधिकारियों का दावा है कि विभाग को शोरूम के स्टॉक और लेखा पुस्तकों में 1.5 करोड़ रुपये का अंतर मिला है। टीम ने 12 लाख रुपये टैक्स की मांग निकाली, जिसे जमा कराने से इंकार कर दिया गया। 
गुरुवार की राज्य जीएसटी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन विंग (एसआईबी) ने फर्म के चर्च रोड और फौवारा स्थित शोरूम और ऑफिस का गहन निरीक्षण किया। एसआईबी का सर्वे 14 घंटे तक चला। टीम को आईटीसी ज्यादा लेने का दावा, निरस्त फर्मों से खरीद, कैश सेटऑफ में कमी और एकाउंट बुक में दर्ज स्टॉक में अंतर मिला। भौतिक सत्यापन में जब साड़ियों का स्टॉक जांचा तो 1.50 करोड़ रुपये का बड़ा अंतर मिला। सर्वे के दौरान नियमों को लेकर फर्म और जांच टीम के बीच तकरार भी हुई। फर्म संचालक सर्वे टीम द्वारा बताए जा रहे नियमों से सहमत नहीं थे। 
जीएसटी के जानकारों का कहना है कि संभव है सर्वे टीम ने स्टॉक पर लगे टैग से मूल्यांकन किया हो और माल की असल बिक्री कीमत कम हो। इसलिए फर्म संचालक सर्वे टीम द्वारा निकाले गए अंतर से सहमत नहीं हुए हों। समझा जाता है कि इसी कारण फर्म संचालक स्टॉक में निकाले गए अंतर से सहमत नहीं हुए।
स्टेट जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर, ग्रेड वन मारुति शरण चौबे का कहना है कि पोर्टल पर शिकायत और रिटर्न की जांच की गई। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जांच के बाद सुरेशचंद्र दिनेशचंद्र फर्म पर सर्वे किया गया। इसमें 45 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। जांच के दौरान मिले कागजात, स्टॉक रजिस्टर, कंप्यूटर रिकॉर्ड को जब्त कर लिया गया। विस्तृत जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जायेगी।
इधर फर्म संचालकों ने भी जांच के दौरान अपना पक्ष मजबूती से रखने की तैयारी शुरू कर दी है।
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