पशु प्रेमी अब विधि-विधान से कर सकेंगे पालतू जानवरों का अंतिम संस्कार, नगर निगम लगा रहा प्लांट, लेगा यूजर चार्ज

आगरा, 03 सितंबर। पशु प्रेमियों को कुत्ते-बिल्ली जैसे पालतू जानवरों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए इधर उधर नहीं भटकना होगा। अब वे अपने पालतू पशु का पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार कर सकेंगे।  नगर निगम जल्द ही वैज्ञानिक तरीके से इन जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए इंसीनेटर प्लांट लगाने जा रहा है। यूजर चार्ज देकर कोई भी पशु प्रेमी इन जानवरों का वहां पर अंतिम संस्कार करा सकेगा।
नगर निगम की सीमा में रहने वाले हजारों लोगों ने घरों में कुत्ते व बिल्ली जैसे जानवरों को पाल रखा है। ये जानवर घरों में परिवार के सदस्य की तरह से ही रहते हैं। इन जानवरों की मौत होने के बाद अक्सर पशु प्रेमियों को इनके अंतिम संस्कार को लेकर समस्या का सामना करना पड़ता है। अंतिम संस्कार की कोई वैज्ञानिक सुविधा न होने के चलते पशु प्रेमी अपने पशुओं को या तो जमीन में दफना देते हैं या फिर उन्हें बोरे आदि में बंद कर नदी नालों में विसर्जित कर देते हैं। 
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का कहना है कि वायु एवं जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए बंदर, श्वान और बिल्ली जैसे छोटे मृत पशुओं के शव वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण के लिए इस तरह के प्लांट की महती आवश्यकता थी। 
पशु कल्याण अधिकारी डा. अजय कुमार सिंह ने बताया कि कुबेरपुर में नगर निगम करीब पन्द्रह सौ स्क्वायर मीटर भूमि पर इस प्लांट का निर्माण कराने जा रहा है। इसके निर्माण के लिए निजी कंपनी को टेंडर दे दिया गया है। इसे आगामी छह माह में चालू करने की योजना है। प्लांट सी. एन. जी. पद्धति पर आधारित होगा जिससे अंतिम संस्कार के समय किसी भी प्रकार का प्रदूषण भी नहीं होगा।
पशुओं के अंतिम संस्कार के बाद यदि कोई पशु प्रेमी अपने पालतू जानवर की अस्थियां लेना चाहेगा तो उसे वह भी प्लॉट पर उपलब्ध करा दी जाएंगी। 
इस प्लांट पर बंदरों का भी अंतिम संस्कार कराया जा सकेगा। बंदरों के मरने के बाद अक्सर लोग उन्हें नदियों में बहा देते हैं। बंदरों और स्ट्रीट डॉग के अंतिम संस्कार के लिए भी किसी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाएगा। 
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