मोती कटरा के मकानों में आई दरारों की जांच के लिए तकनीकी टीम भेजेगी यूपी मेट्रो || आक्रोशित लोग कह रहे कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, स्थाई समाधान की मांग
आगरा, 19 सितंबर। यूपी मेट्रो ने मोती कटरा क्षेत्र में मकानों में आई दरारों के कारणों का पता लगाने के लिए एक तकनीकी टीम भेजने का निर्णय लिया है। प्रभावित लोग मेट्रो की खुदाई को इस समस्या का मुख्य कारण मान रहे हैं। मकानों में दरार आने से इनकी संरचना में खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है, जिससे वहां रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है।
इन पुराने मकानों में आई दरारों का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि ये दरारें मेट्रो की भूमिगत रेल लाइन की खुदाई के कारण हो सकती हैं, जबकि कुछ लोग इसे लगातार हो रही बारिश से भी जोड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने यूपी मेट्रो के अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि दरारों के कारण मकानों की संरचना कमजोर हो गई है, जिससे कभी भी किसी बड़ी घटना का खतरा हो सकता है। स्थानीय निवासी यूपी मेट्रो को दोषी ठहराते हुए कहते हैं कि उनकी शिकायतों के बावजूद मेट्रो के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। मेट्रो रेल की भूमिगत लाइन उनके घरों के नीचे से गुजर रही है और इसी खुदाई के कारण दरारें आई हैं।
आगरा मेट्रो परियोजना के निदेशक अरविंद राय ने मीडिया से कहा कि भूमिगत खुदाई से पहले हमने क्षेत्र के हर मकान का सर्वे कराया था ताकि किसी को भी नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि जर्जर भवनों की सूची नगर निगम को सौंप दी गई थी। अब जिन मकानों में दरार आई है, उनका निरीक्षण किया जाएगा। अगर दरार मेट्रो की भूमिगत लाइन के कारण हुई है, तो यूपी मेट्रो इसे ठीक करेगा। राय ने यह भी कहा कि जनता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
मकानों में दरार आने से दहाशतजदां परिवारों को मेट्रो की ओर से होटल में ठहरा दिया गया। मकान की रिपेयरिंग की बात कही। लेकिन लोगों के आक्रोश में कमी नहीं आई है। लोगों का कहना है कि 15 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। एमजी रोड पर मेट्रो का काम चल रहा है। यहां से भूमिगत मेट्रो लाइन डाली जा रही है करीब 15 दिन पहले मोती कटरा हनुमान चौराहा के पास कई मकानों में दरार आ गई। लोगों का कहना है कि ये दरार मेट्रो की खुदाई के चलते आई है। पुराने मकान होने के कारण कभी भी हादसा हो सकता है। मेट्रो के अधिकारी कह रहे हैं कि वो मकान की रिपेयरिंग करवा देंगे। मगर, इससे लोग संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि मकान में दरार आने के बाद कभी भी हादसा हो सकता है। प्लास्टर झड़ गया है। दरारें चौड़ी होती जा रही हैं। मेट्रो को नुकसान की भरपाई स्थायी तरीके से करनी चाहिए।
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