आगरा को निवेश का नया केंद्र बनाएगी यूपीसीडा की आईएमसी परियोजना!

आगरा, 01 सितंबर। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) जल्द ही जिले में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) की शुरुआत करने वाला है। आईएमसी में चमड़े, जूते और कृषि आधारित उत्पादों और गैर-प्रदूषणकारी उद्योगों को बढ़ावा देकर प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाया जायेगा।
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी का कहना है कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना जिले के औद्योगिक क्षेत्र को नई दिशा प्रदान करेगी। 
माहेश्वरी के अनुसार, इनर रिंग रोड के किनारे स्थित यह क्लस्टर दो प्रमुख क्लोवरलीफ जंक्शनों एनएच 19, जो दिल्ली एनसीआर से जोड़ता है और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-से समान दूरी पर स्थित है। सड़क कनेक्टिविटी अच्छी होने से साइट को दो हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है। यह स्थान कुशल रेल माल ढुलाई और सड़क पर भीड़भाड़ कम करने में पूरा सहयोग करेगा। यह वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के साथ बेहतर कनेक्टिविटी भी प्रदान करती है। इसके अलावा, प्रस्तावित जेवर हवाई अड्डा, जो यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से 140 किमी दूर है, हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, उच्च मूल्य वाले कार्गो के परिवहन का समर्थन करेगा और व्यापारिक यात्रियों के लिए आसानी से पहुंच उपलब्ध कराएगा।
यह आईएमसी प्रस्तावित राष्ट्रीय जलमार्ग-110 (एनडब्ल्यू-110) के पास स्थित है, जहां से समोगर मुस्तकिल में कार्गो टर्मिनल केवल 1 किमी की दूरी पर है। यह जलमार्ग माल परिवहन के लिए एक प्रभावी विकल्प प्रदान करेगा और रेल नेटवर्क से जुड़कर लॉजिस्टिक क्षमताओं को और मजबूत करेगा। यह परियोजना आगरा के बाहरी इलाके में लगभग 1,000 एकड़ में फैली हुई है, जिसे बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास के उद्देश्य से अधिग्रहित किया गया है।
इसमें एकीकृत उपयोगिता प्रबंधन के लिए सिटीजन मोबाइल एप्लिकेशन, डिजिटल साइनेज, सोलर पैनल और वाई-फाई स्पॉट के साथ स्मार्ट बस स्टॉप शामिल है। साथ ही, इसमें फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क, यूपीएस और डीजल जनरेटर बैकअप के साथ एक मजबूत आईसीटी और स्काडा प्रणाली भी मौजूद है। आने वाले वर्षों में ये परियोजनाएं प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को बदल देंगी। 
_____________________________


ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments