गुलामी काल में आचार्य पीसी रे ने वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार की-प्रो रंजीत वर्मा || रसायन विज्ञान के पितामह आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे का जन्मदिन मनाया गया
आगरा, 02 अगस्त। इंडियन काउंसिल ऑफ कैमिस्ट्स, विज्ञान भारती ब्रज प्रांत एवं रसायन विज्ञान विभाग आगरा कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आधुनिक रसायन विज्ञान के पितामह आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे के जन्मदिन को नेशनल केमिस्ट्री डे के रूप में मनाया गया। इसके तहत शुक्रवार को एक संभाषण का आयोजन किया, जिसका विषय था- "साइंस इन इंडियन नॉलेज सिस्टम विद स्पेशल रेफरेंस टू केमिस्ट्री।"
आगरा कॉलेज के सेमिनार हाल में आयोजित संभाषण में मुख्य वक्ता इंडियन काउंसिल ऑफ कैमिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुंगेर विश्विद्यालय, बिहार के पूर्व कुलपति प्रो रंजीत वर्मा ने कहा कि ब्रिटिश काल में अंग्रेजों ने भारतीयों के मनोबल को तोड़कर देश पर शासन किया। उस समय सर्वप्रथम विवेकानंद ने शिकागो धर्म सम्मेलन के माध्यम से भारतीयों के मनोबल में वृद्धि की और उसके बाद दूसरे नम्बर पर आचार्य पीसी रे आते हैं, जिन्होंने ब्रिटिश कार्यकाल में कैमिकल फैक्ट्री स्थापित कर देशवासियों का मान बढ़ाया और देश में वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार की। उन्होंने सरकार से मांग की कि आचार्य पीसी रे के जन्म दिन दो अगस्त को राष्ट्रीय रसायन विज्ञान दिवस के रूप में घोषित करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति-भरतपुर विश्विद्यालय प्रो राजेश धाकरे ने आचार्य पीसी रे के जीवन की छोटी छोटी घटनाओं के माध्यम से उनके जीवन पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि आचार्य पीसी रे के जन्म दिन को अगले वर्ष समारोहपूर्वक बड़े स्तर पर मनाएंगे।
प्रो अमित अग्रवाल ने संभाषण का संचालन किया।
एमएससी रसायन विज्ञान के विद्यार्थी ऐश्वर्या, नैंसी, सूर्य प्रताप एवं साधना ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान डा एससी गोयल, प्रो वंदना द्विवेदी, प्रो बिपिन सिंह, प्रो कल्पना चतुर्वेदी, प्रो स्मिता चतुर्वेदी, प्रो विनोद कुमार, डा भूपेंद्र सिंह, प्रो महेंद्र सिंह, डा सौवीर सिंह, डा सपना तोमर, चेतन गौतम, जावेद अहमद, गौरव प्रकाश, डा दिव्या अग्रवाल, डा यशस्विता चौहान, डा नीता रानी, डा सीमा गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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