एक सूत्र में न होने के कारण राजनीति में पिछड़ा वैश्य समाज, महापंचायत में एकजुट होने का आह्वान
आगरा, 04 अगस्त। राष्ट्रीय वैश्य परिषद द्वारा रविवार को महाराजा अग्रसेन भवन लोहामंडी में आयोजित वैश्य महापंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि एक सूत्र में न होने के कारण राजनीति में वैश्य समाज पिछड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि देश में 72 प्रतिशत रोजगार, 69 प्रतिशत राजस्व वैश्य समाज देता है। देश भर के मंदिरों के बनने में 90 फीसदी योगदान वैश्य समाज का है। आजादी के स्वतंत्रता आंदोलन में तन-मन-धन से 27 फीसदी सहयोग करने वाला वैश्य समाज था। इसके बावजूद केन्द्र शासित सहित 36 राज्यों में वैश्य समाज का एक भी राज्यपाल नहीं है।
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व मुख्य वक्ता विनय अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में 2-2 उपमुख्यमंत्री में से एक भी वैश्य समाज से क्यों नहीं है। भाजपा, सपा और कांग्रेस तीनों वैश्य समाज के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी हैं। लेकिन राजनीतिक पदों पर वैश्य समाज के लिए जगह नहीं है। उन्होंने आह्वान किया कि पार्टी नहीं वैश्य समाज को प्राथमिकता दें। जो पार्टी आपके भाई बंधुओं को टिकट दे, उसे जिताएं।
कार्यक्रम का शुभारम्भ वैश्य समाज की कुलदेवी माता महालक्ष्मी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित करके रितेश अग्रवाल, विनय अग्रवाल, विनय अमित गुप्ता, विनोद अग्रवाल ने किया। उमेश अग्रवाल, पवन आगरी, सपना गुप्ता, केके गोयल ने भी अपने विचार रखे। अध्यक्षता राजीव ने व अतिथियों का स्वागत विनोद अग्रवाल ने किया। संचालन कपिल अग्रवाल ने किया।
ये प्रस्ताव हुए पारित
-हिन्दुत्व की लख जगाने वाले अशोक सिंघल की 100 फुट की मूर्ति अयोध्या में लगाई जाए। इसके लिए प्रत्येक परिवार से 10-10 चिट्ठियां प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी को भेजी जाएंगी।
-वैश्य समाज का कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी से खड़ा हो, उसे जिताना समाज का दायित्व होगा। पार्टी नहीं समाज को प्राथमिकता दें।
-वैश्य समाज की 22 प्रतिशत की आबादी के हिसाब से 2027 के चुनाव में टिकट वितरण सभी पार्टियां करें। वैश्य समाज को हल्के नहीं भारी भरकम कैबिनेट मंत्रालय दिए जाएं। वैश्य समाज के योग्य आईएएस व आईपीएस अधिकारियों को प्रमुख जिलों का चार्ज दिया जाए।
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