विजय सामा का रामानी पर तीखा प्रहार, एफडी के लिए चल रहा सब खेल, शू फैक्टर्स फैडरेशन विवाद और भड़का || 11 लोगों के निष्कासन और जय पुरसनानी को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाने से नाराजगी

आगरा, 03 अगस्त। शू फैक्टर्स फेडरेशन में अध्यक्ष पद को लेकर विवाद और गहरा गया है। अभी तक चुप्पी साधे हुए विजय सामा ने आनन-फानन प्रेस वार्ता बुलाकर आरोप लगाया कि कुछ लोगों द्वारा फेडरेशन के नाम पर बनी हुई एफडी के लिए पूरा खेल रचा जा रहा है।
बता दें कि विगत 26 जुलाई को विजय सामा का फेडरेशन का नया अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन एक-दो दिन बाद ही फेडरेशन के अब तक अध्यक्ष रहे गागन दास रामानी ने उनके निर्वाचन को अवैध बता दिया और कहा कि उन्हें समझौता करने के लिए प्रलोभन दिए जा रहे हैं। 
इस विवाद ने पिछले चौबीस घंटे में तेजी से तूल पकड़ा। शुक्रवार की सायंकाल अपने सम्मान समारोह में अपना मुंह बंद रखने की बात करने वाले विजय सामा ने शनिवार को अपने साथी व्यापारियों के साथ प्रेसवार्ता में रामानी गुट पर तीखा हमला बोला।
दरअसल शुक्रवार की शाम को रामानी ने अलग-अलग पत्र जारी करते हुए विजय सामा, रविकांत महाजन, जयकिशन, अजय महाजन, प्रदीप सरीन, परमानंद मंघवानी, पुनीत, गोवर्धन सुनेजा, घनश्याम रोहड़ा, प्रमोद महाजन, मुरलीधर पंजवानी की फेडरेशन से सदस्यता समाप्त करने की घोषणा कर दी। इसके बाद विजय सामा भी हमले पर उतर आए। उन्होंने संजय प्लेस स्थित अवध बैंक्वेट हॉल में पत्रकार वार्ता करते हुए गागन दास रामानी पर ही सवाल उठाए कि वह सेवानिवृत बैंककर्मी हैं, उनके नाम पर जूते की कोई फर्म नहीं है। वे दस वर्ष तक बिना किसी चुनाव के लगातार फेडरेशन के संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अध्यक्ष पद पर बने रहे। रामानी तीन साल पहले आगरा छोड़ कर जयपुर में निवास कर रहे हैं, उन्होंने अब एक परचूनी की दुकान चलाने वाले जय पुरसनानी को कार्यवाहक अध्यक्ष कर घोषित कर दिया। जय पुरसनानी के नाम पर जो जूते की फर्म थी वह सात वर्ष पूर्व वह दीवालिया घोषित हो चुकी है।
ऐसा व्यक्ति फेडरेशन का सदस्य भी नहीं हो सकता।
विजय सामा ने कहा कि स्व. राजकुमार सामा के अध्यक्ष काल में फेडरेशन के 400 सदस्य थे जो रामानी के समय घटकर 98 रह गए। वर्ष 2014 में राजकुमार सामा के स्वर्गवास के बाद कुछ लोगों ने मिलकर रामानी को अध्यक्ष बना दिया। फेडरेशन के संविधान में हर दो वर्ष में चुनाव का नियम है, जो कभी नहीं किए गए।
विजय सामा ने दावा किया कि विगत 11 जुलाई को हींग की मंडी स्थित फेडरेशन कार्यालय में रामानी ने सभी के समक्ष अपने पद से त्याग पत्र देने की घोषणा करते हुए चांद दीवान व टेकचंद को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया था। पंद्रह दिन बाद 26 जुलाई को 98 सदस्यों में से 60 सदस्यों का समर्थन मिलने व अन्य कोई प्रत्याशी न होने के कारण विजय सामा को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग है। इस मौके यश गांधी, वासू मूलचंदानी, अजय महाजन, जांच दीवान, टेकचंद, घनश्याम होरा, विजय, सोनू सचदेवा, श्याम लालवानी, मोहित लालवानी, राजेश लालवानी, जेठा भाई, नरेन्द्र पुरसनानी, विवेक महाजन, भूपेश महाजन, राकेश महाजन, प्रदीप मेहरा, होतचंद, राकेश महाजन, प्रदीप मेहरा, विजय कुमार, हितेश, नारायम चंचल आदि मौजूद थे। 
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