Agra News: खबरें आगरा की......
आगरा, 26 फरवरी। मुख्यमंत्री योजना के अंतर्गत चेतना सेवा समिति के सहयोग से सोमवार को पंचकुइया स्थित माथुर वैश्य महासभा भवन में सर्वजातीय निर्धन व दिव्यांग कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में शामिल होकर महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने सभी कन्याओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को बेहतर दांपत्य जीवन व्यतीत करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
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आगरा, 26 फरवरी। उत्तर प्रदेश पुलिस एवं समीक्षा अधिकारी के पेपर लीक के मामले में आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ चतुर्वेदी के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम ज्ञापन एसीएम फर्स्ट रतनलाल वर्मा को सौंपा गया।
सिद्धार्थ चतुर्वेदी का कहना है की सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण पेपर लीक हो रहे हैं और प्रतिभाओं के साथ अन्याय हो रहा है जो आम आदमी पार्टी द्वारा स्वीकार नहीं है। ज्ञापन देने वालों में संजय सिंह, अरुण सिंह, कृष्ण गोपाल उपाध्याय, अश्विनी शर्मा, रमजान अब्बास, शैलेंद्र गायत्री, कलुआ राम, शानू कुरैशी, हर्ष कुमार सिंह, शैलेंद्र सारस्वत, आशीष कपूर, आसिफ नवाब, ललित साहनी, डॉ बी डी खान अल्वी, सलमान अब्बास, अजय बंसल, तरुण भार्गव, सतीश भारती थे
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आगरा, 26 फरवरी। श्रीहरि सत्संग समिति द्वारा विजय नगर स्थित स्पोर्टबज में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में दूसरे दिन सोमवार को कथा व्यास मृदुल कान्त शास्त्री ने अश्वत्थामा के प्रसंग के माध्यम से संगति के प्रभाव को समझाया।
उन्होंने कहा कि जैसे लोगों के साथ रहोगे वैसी ही बुद्धि हो जाती है। इसलिए अच्छे लोगों की संगत में रहे। जीवन आपका है इसलिए जीवन में क्या करना है, इसका निर्णय लेने का अधिकार भी आपको है। आप क्या करते हैं इस पर आपके अलावा किसी का अधिकार नहीं। इसलिए अच्छे कर्मों और अच्छी संगति के प्रति आसक्त रहें।
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आगरा, 26 फरवरी। रामायणम फाउंडेशन की ओर से आरबीएस कालेज सभागार में सोमवार को आयोजित शौर्य गाथा विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक आचार्य शांतनु ने कहा कि सफल व सार्थक जीवन बहुत ही कम लोगों का होता है। पद, प्रतिष्ठा, रुपये सब है जीवन सफल है पर सार्थक नहीं। जीवन में जब राम काज होगा तभी जीवन सार्थक होगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में हनुमान जी का शौर्य है पर उसे जागृत करने के लिए जामवंत का होना आवश्यक है। भारत के गौरवशाली इतिहास को वामपंथी व चारणपंथी इतिहासकारों ने लिखा इसलिए भारत के शूरवीरों के पराक्रम को गौण कर दिया गया, और आक्रामकताओं व विध्वंसकारियों के इतिहास को बढ़ा-चढ़ा कर लिखा गया। अपने शौर्य को पहचानें, क्षमता के अनुसार जटायु ने रावण से युद्ध किया और उसे मृत्यु के समय भगवान की गोद मिली वहीं श्री कृष्ण भगवान के होते हुए भी भीष्म पितामह जो अधर्म का साथ दे रहे थे उन्हें बाणों की शरसैय्या मिली। अधर्म की रोटी खाओगे तो बुद्धि भी अधर्मी होगी।
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