औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन पर निर्यातकों ने रखे बेबाक विचार, विश्व बाजार से कदम मिलाने की सलाह, सरकार और उद्यमियों के बीच सामंजस्य भी जरूरी

आगरा, 08 जनवरी। देश को दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने की कामना और लोकल को ग्लोबल बनाने के ध्येय के साथ निर्यात सम्मेलन सोमवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल डबल ट्री हिल्टन में शुरू हुआ। दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन सहित विभिन्न मुद्दों पर उद्यमियों ने अपने विचार रखे। उन्होंने अपनी कमजोरियां भी गिनाई तो सरकार की शिथिल कार्यप्रणाली पर भी तंज कसे। 
केंद्र सरकार के एमएसएमई के संयुक्त निदेशक आरके भारती ने कहा कि निर्यात उद्योग के प्रोत्साहन के लिए सरकार की कई योजनाएं चला रही है। सरकार और उद्योगपतियों के बीच सामंजस्य की जरूरत है। उन्होंने नए उद्यमियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
रोमसंस ग्रुप के अध्यक्ष किशोर खन्ना ने कहा कि केंद्र सरकार को निर्यात नीति में उद्यमियों के प्रोत्साहन की योजना बनानी होगी। नई तकनीक और सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
आगरा हैंडीक्राफ्ट संगठन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने कहा कि हैंडीक्राफ्ट आइटम, दरी और कालीन उद्योग को प्रोत्साहित कर निर्यात की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा उद्यमियों को ग्लोबल मार्केट में आने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सोच विकसित करने की जरूरत है। नई सोच के साथ व्यापार बदलने की नीति तैयार करनी होगी। 
इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव अमर मित्तल ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ व्यापारियों को ठीक से नहीं मिल पा रहा है। फिरोजाबाद से आए ग्लास इंडस्ट्री एक्सपोर्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि उद्योगों को बढ़ाने के लिए व्यापारिक माहौल भी बनाना होगा। नये डिजाइनर, नए ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट पर फोकस करना होगा। कारपेट एक्सपोर्ट इंडस्ट्री संगठन के सचिन ने कहा कि 15वीं शताब्दी से चल रहा यह उद्योग तकनीक का समावेश न होने की वजह से दम तोड़ता जा रहा है। 
द्वितीय सत्र में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसलर अमित कंबोज ने कहा कि विस्तृत आंकड़ों के साथ कहा कि घरेलू व्यापार के मुकाबले निर्यात उद्योग में व्यापारियों का पैसा ज्यादा सुरक्षित है। विश्व के बड़े देशों के अलावा साउथ एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, मिडिल ईस्ट, दुबई मलेशिया जैसे देशों में भी निर्यात संभावनाओं को तलाशना होगा। 
एमएसएमई के सहायक निदेशक नेपाल सिंह ने कहा कि सरकार निर्यातकों के हित में नई नीति तैयार कर रही है। सम्मेलन को फाउंड्री इंडस्ट्री काजिको के निदेशक जय अग्रवाल, ओएनजीसी के निदेशक डॉ प्रभास्कर राय, तेजस गोयल, दीपांशी कटकाटिया, प्रमिष्ठ अग्रवाल, विवेक मंगल ने भी सम्बोधित किया।
सभी सत्रों के समापन के उपरांत आयोजन समिति के चेयरमैन पूरन डावर (अध्यक्ष, एफमेक) और कॉर्डिनेटर समिति के चेयरमैन राजेश गोयल (अध्यक्ष, नेशनल चैंबर) ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए नए उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के साथ वर्तमान में निर्यात कर रहे निर्यातकों को भी प्रोत्साहित किया। 
प्रारंभ में सम्मेलन का शुभारंभ भगवान गणेश के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर गणेश वंदना के साथ हुआ। आगरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, मथुरा सहित कई जनपदों से आए निर्यातकों ने विकसित भारत की कामना के लिए राष्ट्रीय गान के साथ भारत को दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने का संकल्प लिया। 
अतिथियों का स्वागत संयोजक मनीष अग्रवाल ने और संचालन अमित सूरी ने किया।
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