Divisional Commissioner found choked drainage system, overflowing drains and piles of dirt in Sikandra || मंडलायुक्त को सिकंदरा में मिला चोक ड्रेनेज सिस्टम, ओवरफ्लो नाले-नालियां और गंदगी के ढेर, दस जनवरी तक सभी कार्य दुरुस्त करने के निर्देश

आगरा, 01 दिसम्बर। मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी ने शुक्रवार को सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण कर जनसमस्याओं की हकीकत जानी। उन्होंने पाया कि ड्रेनेज सिस्टम चोक पड़ा है, नाले, नालियां ओवरफ्लो कर रहे हैं, नाले गन्दगी और कचरे से भरे पड़े हैं। सड़कें खुदी पड़ी हैं और उनके किनारे गन्दगी के ढेर लगे हैं। 
सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र साइट ए में राष्ट्रीय राजमार्ग के सर्विस रोड से जुड़ने वाली (बीच वाली) रोड किनारे नाला गंदगी और कूड़ा कचरे से भरा हुआ था, आगे निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण पूरा नाला चोक था। साइट ए में ही कई जगह कच्ची रोड थी, तो अप्रोच रोड पर सीमेंट-बालू विक्रेताओं ने खुली सड़क पर ही माल डालकर कब्जा कर रखा था। होंडा शोरूम के बगल से सड़क किनारे पूरा नाला गायब था। औद्योगिक क्षेत्र साइट बी में भी नाला पूरा भरा हुआ और चोक था। पार्कों की दुर्दशा हो रखी थी। पुल के किनारे से एडीए की जमीन पर अवैध कब्जा था। 
मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी, नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल और अन्य अधिकारियों के साथ औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने उद्यमियों से भी समस्याओं की जानकारी ली और केंद्रीय पादुका प्रशिक्षण संस्थान (सीएफटीआई) में उद्यमियों और अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए दस जनवरी तक समस्याओं में पूर्ण सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने टुकड़ों में बनाई गई सड़क की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए। 
उद्यमियों ने बताया कि जल निगम द्वारा सीवर की जो लाइन डाली गई उसमें कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान ही पार्षद रवि कुमार ने सीवर लाइन में घटिया सामग्री का प्रयोग करने एवं नालियों का कनेक्शन बंद करने की शिकायत की। व्यापारियों ने कहा कि नाला चोक होने के कारण अक्सर यहां पर जल भराव की समस्या हो जाती है। क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र साइट ए की सभी नाले-नालियों का गंदा पानी इसी नाले में आता है। मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त को मशीन और मैनपॉवर लगाकर नाला सफाई कराने के निर्देश दिए, साथ ही पानी के निकासी हेतु एक्शन प्लान बनाने को कहा। अन्य सभी समस्याओं के निस्तारण हेतु मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। 
सीएफटीआई में हुई बैठक में भी उद्यमियों ने औद्योगिक क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम, जल भराव, नालों की सफाई, पार्कों के सौंदर्यीकरण, कूड़े हेतु डलावघर, तथा साइट ए तथा बी में विद्युत की सुचारू आपूर्ति हेतु सब स्टेशन की स्थापना, अतिक्रमण, स्ट्रीट लाइट आदि की समस्या को रखा। बैठक में मंडलायुक्त ने यूपीसीडा के अधिकारियों से भी विकास कार्यों की जानकारी ली। नगर निगम को ड्रेनेज हेतु अध्ययन कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में नगर निगम के चीफ इंजीनियर ने बताया कि यहां लगभग 09 करोड़ की लागत से 70 कार्य प्रस्तावित हैं जिनमें 13 कार्य पूर्ण, 28 कार्य प्रगति पर, 12 कार्यों की निविदा स्वीकृति है तथा 16 कार्यों का टेंडर प्रक्रिया एक सप्ताह में पूर्ण कर ली जाएगी, जिनमें इंटरलॉकिंग, रोड निर्माण तथा अन्य कार्य शामिल हैं।
मंडलायुक्त ने समस्त कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से 10 जनवरी तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण और बैठक में सिकंदरा फैक्ट्री ओनर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेश श्रॉफ, कोषाध्यक्ष भूपेंद्र सोबती, संयुक्त सचिव बालकिशन अग्रवाल, आदेश गुप्ता, नरेश अग्रवाल, प्रमोद जैन, संजय जैन, दुलीचंद भी शामिल रहे।
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