डीईआई नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति "डॉ फ़ॉस्टस"

आगरा, 04 नवम्बर। दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के वार्षिक नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन विद्या स्रोत भवन के सभागार में नाटकों का मंचन हुआ। शुक्रवार को प्रारंभ हुए नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन दो नाटकों का मंचन किया गया। पहला नाटक प्रेम विद्यालय की छात्राओं ने संस्कृत में ‘शकुंतलाया: पतिगृहगमनम’ प्रस्तुत किया। कालिदास विरचित अभियानशाकुन्तलम् के चतुर्थ अंक जिसमें कण्व ऋषि द्वारा शकुन्तला की विदाई का चित्रण है। जहां करुण रस अपने संपूर्ण उदात्तता के साथ चित्रित हुआ है;  पात्रों ने इस घटना को बहुत मार्मिक एवं गरिमामय ढंग से प्रस्तुत किया। सभागार में उपस्थित दर्शक संस्कृत में पीनाटक देखकर बहुत उत्साहित एवं अचंभित महसूस कर रहे थे। 
दूसरा नाटक अंग्रेज़ी भाषा में क्रिस्टोफ़र मार्लो द्वारा रचित  ‘डॉ फ़ॉस्टस’ को कला संकाय के अंग्रेज़ी विभाग की छात्राओं ने मंचित किया। डॉक्टर फॉस्टस क्रिस्टोफर मारलो द्वारा रचित एलिजाबेथन त्रासदी है जिसे पहली बार 1604 में प्रदर्शित किया गया था। यह नाटक एक महत्वाकांक्षी जर्मन विद्वान फॉस्टस के अपने ज्ञान की खोज से लेकर आत्म-भोग और उसके पतन तक की कहानी को नाटकीय ढंग से चित्रण करता है।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो सी पटवर्धन, कुलसचिव प्रो आनंद मोहन, कोषाध्यक्ष स्नेह बिजलानी, कला संकाय की प्रमुख प्रो संगीता सैनी, अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष प्रो जे के वर्मा, संस्कृत विभाग की अध्यक्ष डॉ अनीता सिंह भी उपस्थित रहे।
इस नाट्य महोत्सव को संस्थान के तीन विभाग अंग्रेज़ी, हिन्दी एवं संस्कृत मिलकर आयोजित करते हैं। डॉ सोनल सिंह, डॉ दयाल प्यारी सिन्हा एवं डॉ निशीथ गौड़ इस नाट्य महोत्सव की संयोजिका हैं। इस नाट्य महोत्सव के निर्णायकों में आर.बी.एस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर विजय श्रीवास्तव, अंग्रेज़ी विभाग, आगरा कॉलेज की प्राध्यापिका डॉ शदान जाफरी तथा आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के कलाकार उमाशंकर मिश्र रहे।
पुरस्कार
1. सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : मोना कुक्रेजा 
2. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री : कृति यादव
3. सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेता 1 : दिव्या धवन
4. सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेता 2 : चहक मतलानी 
5. सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेत्री 1 : प्राची वर्मा
6. सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेत्री 2 : रश्मि चतुर्वेदी 
7. सर्वश्रेष्ठ सूत्रधार : पूनम सिंह
8. सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : यशिका जैन
9. सर्वश्रेष्ठ प्रतिरूपधारक : रौनक कुमारी
10. सर्वश्रेष्ठ मंच-सज्जा : शकुंतलाया: पतिगृहगमनम्
11. सर्वश्रेष्ठ दृश्य-श्रव्य संयोजन : डॉ फ़ॉस्टस
12. सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा : दीपदान
13. सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति : डॉ फ़ॉस्टस
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