ब्लैकमेल कर शादी की और जिंदगी खराब कर दी, दूसरी पत्नी और बच्चों से बात नहीं करने देती थी इसलिए सीए ने मार डाला पत्नी को
आगरा/फिरोजाबाद 28 अक्टूबर। फिरोजाबाद में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) उदय प्रताप सिंह ने अपनी पत्नी ममता की सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस को फोन कर कहा कि पत्नी की करंट लगने से मौत हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पूछताछ के दौरान पति पुलिस को गुमराह करता रहा। इस बीच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई। जिसमें खुलासा हुआ कि महिला की गोली मारकर हत्या की गई है। बुलेट शरीर के आर-पार हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की कड़ी पूछताछ में सीए ने पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया। उसने पुलिस से कहा, "लव मैरिज के दो साल में उसने मेरी जिंदगी खराब कर दी। वह हर घंटे वीडियो कॉल पर मेरी लोकेशन मांगती थी। अगर थोड़ा भी लेट हो जाओ, तो फोन पर ही झगड़ा करने लगती थी। उल्टा सीधा बोलती थी। आए दिन घर में क्लेश होता रहता था। पिछले छह महीने से मैं उसे समझाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो मानने को तैयार ही नहीं थी। वो मेरी दूसरी पत्नी और बच्चों से बात तक नहीं करने देती थी। अगर मेरी लोकेशन उसे जिले से बाहर मिलती, तो उसे लगता था कि मैं अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने गया हूं। इसी बात पर पूरी पूरी रात लड़ती थी। इसलिए हारकर उसे मौत के घाट उतार दिया।"
शुरुआत में उदय ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया था कि वह मंगलवार रात को 10 बजे दशहरा मेला देखकर घर लौटा था। इसके बाद उसने देखा कि दरवाजे खुले पड़े हैं। जैसे ही घर के अंदर गया, देखा पत्नी बेहोश पड़ी हुई है। उसके सीने में घाव हो रहा था। उदय ने बताया कि पत्नी को इस तरह देखकर वो चिल्लाने लगा। उसने पड़ोसियों की मदद ली। फिर ममता को लेकर हाईवे किनारे स्थित प्राइवेट अस्पताल ले गया। यहां डॉक्टर ने चेकअप किया और बताया कि ममता की मौत हो गई है। उदय ने पुलिस को बताया कि पत्नी की करंट लगने से मौत हुई है।
पुलिस ने बताया कि थाना पचोखरा क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर में रहने वाले बुजुर्ग रमेश चंद्र के सात बेटियां और एक बेटा अरविंद कुमार है। छठवें नंबर की ममता गांव में ही रहने वाले उदय प्रताप सिंह से प्रेम कर बैठी। उदय प्रताप सिंह कानपुर से सीए की पढ़ाई की थी। उदय प्रताप की पहले ही शादी हो चुकी थी। उसके पिता पुलिस विभाग में दरोगा के पद पर थे। रिटायर्ड होने के बाद वह एटा में रहने लगे थे। शादी से पहले ही दोनों के संबंध बन गए। इसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद फरवरी 2021 में ममता और उदय प्रताप सिंह ने मंदिर में जाकर शादी कर ली। बेटी के भागकर शादी करने के बाद ममता के पिता रमेश चंद्र और मां माया देवी ने बेटी की सूरत तक नहीं देखी। उससे पूरे परिवार ने संबंध समाप्त कर दिए थे।
हत्यारोपी उदय ने पुलिस को बताया, "मैं टूंडला के गोल्डसिटी कॉलोनी में रहता हूं। मूलरूप से हिम्मतपुर पचोखरा का रहने वाला हूं। मेरी पहले से एक पत्नी और एक बेटा-बेटी है। तीन साल पहले मेरी मुलाकात ममता से हुई थी। हम दोनों काम के दौरान एक दूसरे करीब आ गए। ममता इस बात को जानती थी कि मैं पहले से शादीशुदा हूं। इसके बावजूद वो मुझसे जुड़ी रही इस दौरान हमारे संबंध बन गए। हम कई दिन तक एक-दूसरे से मिलते रहे। इस बीच ममता ने मुझसे शादी करने का दबाव बनाने लगी। मैंने उसे मना किया कि मेरी पहले से शादी हो चुकी है। इसके बाद भी वह नहीं मानी और हमारे अश्लील वीडियो दिखाकर मुझे ब्लैकमेल करने लगी।"
उदय ने पुलिस को बताया, “उसके दबाव में आकर मैंने उससे दो साल पहले लव मैरिज कर ली। उसके लिए मैंने फिरोजाबाद में अलग घर कर दिया और उसके साथ ही ज्यादातर समय तक रहने लगा। इसके बावजूद वो मुझसे झगड़ा करती रहती थी। वह चाहती थी कि मैं अपनी पहली पत्नी से बात ही न करूं न अपने दोनों बच्चों से कोई मतलब रखूं। अगर दो-चार घंटे के लिए भी मैं कहीं चला जाता, तो उसे लगता था कि मैं अपनी पहली पत्नी के पास ही चला गया हूं। इस बात से मैं बहुत दुखी हो गया था।"
पुलिस के सामने आरोपी ने बताया कि पहले उसने हाथरस निवासी एक डॉक्टर को पत्नी की हत्या के लिए तैयार किया था। उसे इलाज के नाम पर जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत के घाट उतारना था, लेकिन डॉक्टर ने पैसे लेने के बाद घटना को अंजाम देने से इनकार कर दिया। इसके बाद मैंने खुद हत्या का प्लान बनाया, क्योंकि मैं उसे अब ज्यादा दिन बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था।
सीए ने बताया कि 22 अक्टूबर को मैं नई विटारा ब्रीजा कार खरीद कर लाया था। 23 अक्टूबर को पत्नी के साथ वैष्णो धाम मंदिर पूजन कराने गया था। इसके बाद भी शाम को वह मुझसे आकर लड़ी थी। वह मुझे रात को सोने तक नहीं देती थी। अगर किसी बात पर झगड़ा हो जाता, तो वह सोते समय मेरे ऊपर ठंडा पानी डाल देती थी। ऐसा कई बार हो चुका था।
हत्या के समय बजा रखे थे तेज आवाज में गाने उदय ने बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे तेज गाने बजाकर मैंने पत्नी की हत्या कर दी, जिससे आवाज बाहर न जा सके। पौने आठ बजे कार लेकर बाजार के लिए निकल गया। उसके बाद 12 बजकर 6 मिनट पर मैं सामने वाले पड़ोसियों को बताने गया कि पत्नी की करंट लगने की वजह से मौत हो गई है। इसके बाद पड़ोसी मेरे घर पहुंच गए। यह सब पड़ोस में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया।
मृतका के भाई अरविंद कुमार ने बताया कि शादी के बाद किसी ने उससे बात नहीं की। चार महीने पहले वह उससे बात करने लगी थी। वह भी बहन के सुख-दुख की बात पूछने लगा था। मंगलवार शाम पांच बजे उसकी बहन से बात हुई थी। वह हंसी-खुशी बात कर रही थी। रात को एक बजे उनके पास पड़ोसियों का फोन आया कि उनकी बहन की करंट लगने से मौत हो गई है। वह रात में पहुंचे थे, लेकिन उससे पहले ही शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया था।
इस मामले में सीओ अनिवेश कुमार ने बताया कि हत्या की एफआईआर दर्ज की गई। उसके बाद घटना की पड़ताल की गई तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उस डॉक्टर का भी पता लगाया जा रहा जो पहले इस हत्या की साजिश रचने में शामिल हो रहा था।
_________________________
Post a Comment
0 Comments