गुरु का ताल में दिन भर हुई गुरवाणी की अमृत वर्षा
आगरा, 02 अक्टूबर। गुरुद्वारा गुरु का ताल में चल रहे तीन दिवसीय 36वें सालाना गुरमत समागम के अंतर्गत दो अक्टूबर को सुबह से लेकर शाम तक गुरवाणी की अमृत वर्षा होती रही। संत बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि दूसरे दिन मुख्य रूप से दो दीवान सजाए गए थे।
पहले दीवान की शुरुआत गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी के आगमन के साथ हुई। भाई नंदलाल दीवान हॉल में गुरु महाराज का प्रकाश कराया गया। जपजी साहिब के पाठ के साथ कीर्तन समागम की शुरुआत हुई। कीर्तन दरबार में अनेक रागीजन गुरबाणी की अमृत वर्षा से संगत को निहाल करने के लिए पहुंचे।
सबसे पहले गुरुद्वारा गुरु का ताल में संचालित गुरमत विद्यालय के बच्चों ने कीर्तन किया इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से आए रागीजनों ने गुरुजस गायन किया। मुख्य रूप कीर्तन समागम में आए रागी भाई दिलीप सिंह व विभिन्न रागों में रसमई कीर्तन करने के लिए विख्यात भाई प्रभजीत सिंह ने कीर्तन कर संगत को निहाल कर दिया। इस समागम में भाई हरजोत सिंह जी जख्मी ने गुरु साहिबान व महापुरुषों की महिमा का गायन किया। कीर्तन समागम के दौरान दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रणजीत सिंह और पंजाब से आए अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कथा विचार के माध्यम से नई पीढ़ी को सिखी से जुड़ने और गुरबाणी को घर-घर तक पहुंचाने और बच्चों के दिल में गुरबाणी की ज्योत जलाए जाने पर अपने विचार रखे।
अंतिम दीवान के साथ होगा समापन
बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले समागम का समापन 3 अक्टूबर को विशेष कीर्तन दरबार के साथ होगा। सुबह 9 बजे से शुरू होने वाला यह दरबार दोपहर 3 बजे तक चलेगा। जिसमें एक बार फिर विभिन्न और जत्थे व धर्म प्रचारक अपनी हाजिरी भरेंगे। बाबा प्रीतम सिंह ने समस्त नानक नाम लेवा संगत से समागम में हाजिरी भरने की अपील की है।
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