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रामशंकर कठेरिया की सुनवाई अब 18 को
आगरा, 11 सितम्बर। इटावा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया के मामले में जिला जज के यहां आज होने वाली सुनवाई 18 सितंबर तक के लिए टल गई। वकीलों की हड़ताल के चलते यह निर्णय लिया गया।
आगरा में टोरेंट पावर के अधिकारी के साथ मारपीट एवं बलबे के आरोप में विशेष मजिस्ट्रेट एम, पी/ एमएलए कोर्ट ने कठेरिया को दो साल की सजा सुनाई थी। सांसद की ओर से अधिवक्ता विजय आहुजा ने उक्त आदेश के विरुद्ध जिला जज की अदालत में अपील दाखिल की थी और जिला जज विवेक संगल ने सांसद की सजा स्थगित कर पत्रावली पर सुनवाई हेतु 11 सितम्बर की तिथि नियत की थी।
आज सोमवार को वकीलों की हड़ताल के चलते मामले की सुनवाई नहीं हुई। अब मामले की सुनवाई 18 सितंबर को होगी। अधिवक्ता विजय आहुजा ने सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया का हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र अदालत में प्रस्तुत किया, जिसे मंजूर कर लिया गया।
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दीपावली से पहले शुरू हो सकता है दो पुलों का निर्माण
आगरा, 11 सितंबर। राज्य सेतु निगम जिले के दो स्थानों पर ओवरब्रिज का निर्माण दीपावली के पहले यानि नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू कर सकता है। इसमें आनंदी भैरो से पीलीपोखर-खंदौली को जोड़ने वाला यमुना नदी पर निर्मित होने वाला सेतु भी है। इसकी लागत लगभग 64 करोड़ है। इसके लिए टेंडर निकाले गए हैं। 
इसके अलावा बिचपुरी रेलवे क्रासिंग पर रेल उपरिगामी पुल (आरओबी) बनाया जाना है। इसके निर्माण पर 35 करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है। बिचपुरी पुल के नक्शे को मुख्यालय से अंतिम रूप दिया जा रहा है। शासन स्तर से कुछ दिन में अनुमति मिल सकती है। इस सप्ताह में टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। 
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श्रीकृष्ण जन्मभूमि के साक्ष्यों की आगरा में फोटो प्रदर्शनी लगाई
आगरा। योगी यूथ ब्रिगेड और श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास ने रविवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल गोल्डन ताज में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के साक्ष्यों की फोटो प्रदर्शनी लगाई। इसमें मुगलिया आतंक और मंदिरों के विध्वंस के इतिहास की जानकारी दी गई।
न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने ऐलान किया कि तेजोमहल (ताजमहल) समेत 4.5 लाख मंदिरों के लिए शांतिपूर्ण संघर्ष किया जाएगा।
प्रदर्शनी के जरिए सनातनियों को श्रीकृष्ण जन्म भूमि विध्वंस और मथुरा ईदगाह मस्जिद पर मंदिर के सबूत दिखाए गए। दरअसल न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने आगरा की शाही जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे भगवान केशव देव के विग्रह दबे होने और ईदगाह के श्रीकृष्ण जन्म भूमि को जमीन बताकर न्यायालय में वाद दाखिल किया है। महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि न्यायालय में जीत के बाद वह तेजोमहल समेत साढ़े चार लाख मंदिरों की लड़ाई लडेंगे। न्यायालय में मुकदमा चलने तक पूरे देश में लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्होंने कहा कि ताजमहल एक मंदिर है। हमारे लला (श्री कृष्ण) के स्थान पर बनी ईदगाह को न्यायालय के जरिए वापस लेने के बाद ताजमहल की लड़ाई लड़ेंगे। न्यायालय में मुकदमा चलने के दौरान सनातनियों को मुगलों के अत्याचार की जानकारी दी जाएगी। देशभर के विभिन्न शहरों में इस तरह की प्रदर्शनी लगाई जा रही हैं।
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