निरंतर बारिश से कई जगह जल भराव, एम्बुलेंस में ही करानी पड़ी महिला की डिलीवरी

- शाहगंज में मकान ढहा, कालिंदी विहार और आवास विकास में सड़कें धंसी
आगरा, 23 अगस्त। जिले में दो दिन से हो रही बारिश से लोगों के समक्ष अनेक मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कई सड़कों का तालाब जैसा हाल है। आज बुधवार को एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस जलभराव में फंस गई। चार घंटे तक एंबुलेंस फंसी रही। इस बीच आशा कार्यकर्ता ने एंबुलेंस में ही महिला की डिलीवरी कराई। इससे पहले थाना शाहगंज चौराहे पर विगत रात करीब नौ बजे बारिश के चलते बंद पड़ा मकान ढह गया। यमुना पार कालिंदी विहार में बारिश के कारण सड़क धंस गई। गड्ढे में फंसने से कई वाहन चालक गिर पड़े। सिकंदरा के निकट आवास विकास कॉलोनी में भी कई जगह सड़क धंस गई। यहां पर सीवर का काम चलने के कारण जगह-जगह गड्ढे हो रहे हैं। 
बारिश के बीच शाहदरा नगला बिहारी निवासी विजय पाल की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। उन्होंने 108 पर कॉल किया। एंबुलेंस पहुंच गई। जैसे ही एंबुलेंस गर्भवती महिला को लेकर निकली, बारिश तेज हो गई। नगला बिहारी से मेन रोड के बीच में एक बड़ा नाला है। बारिश के चलते नाला उफान पर आ गया। चालक ने एंबुलेंस को बीच में खड़ा कर दिया और पानी कम होने का इंतजार करने लगा। इसी बीच, लगातार पानी बढ़ने लगा। सुबह सातबजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक एंबुलेंस पानी में ही फंसी रही।
बारिश में एंबुलेंस फंसने की जानकारी स्थानीय पार्षद विजय वर्मा को हुई। वह मदद के लिए गाड़ी लेकर पहुंचे, लेकिन उनकी गाड़ी एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाई। इसके बाद उन्होंने एंबुलेंस को निकालने के लिए ट्रैक्टर बुलाया। पार्षद ने बताया कि करीब चार घंटे बाद एंबुलेंस को निकाला गया। जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
आशा कार्यकर्ता रीना ने बताया कि सुबह छह बजे एंबुलेंस को फोन कर सूचना दी गई थी। एंबुलेंस से अस्पताल जाते समय बारिश तेज हो गई। नाला उफान पर होने पर एंबुलेंस का ड्राइवर रोड क्रास करने से मना कर दिया और पानी कम होने का इंतजार करने लगा। इस बीच पानी तेजी से बढ़ता चला गया। करीब आठ बजे एंबुलेंस में ही डिलीवरी करानी पड़ी।
थाना शाहगंज चौराहे पर विगत रात करीब नौबजे तेज आवाज के साथ मकान गिरने से आस-पास के लोग दहशत में आ गए। सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। पुलिस को सूचना दी गई। बताया गया है कि मकान कई सालों से बंद पड़ा था। इसमें कोई रहता नहीं था। रख-रखाव के अभाव में भवन जर्जर हो गया था।
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