ठगने में बचपन के दोस्त को भी नहीं बख्शा, चालीस लाख का चूना
आगरा, 24 जुलाई। जलकल विभाग के एक कर्मचारी ने ठगी करने के मामले में अपने बचपन के दोस्त को भी नहीं बख्शा। उसने मृतक आश्रित कोटे में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर बचपन के मित्र समेत चार लोगों से 40 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िताें की शिकायत पर जांच के बाद जलकल विभाग के कर्मचारी और उसकी पत्नी और मां के विरुद्ध सदर थाने में अभियोग दर्ज किया गया है।
बमरौली कटारा के रहने वाले विशाल शर्मा ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि बालूगंज निवासी हर्षित शर्मा जलकल विभाग में पिता की जगह मृतक आश्रित में नौकरी करता है। उनके साथ बचपन में पढ़ा है। दोनों की वर्ष 2020 में एक मंदिर में दोबारा मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान हर्षित ने अधिकारियों से अच्छे संबंध बताते हुए 10 लाख रुपये में उनकी नौकरी लगवाने की कहा।
विशाल के अनुसार उन्होंने अपने रिश्तेदारों राहुल उपाध्याय, रोहित उपाध्याय, अमन दुबे से बात की। तीनों से 32 लाख रुपये लेकर रख लिए। उन्होंने हर्षित की मां शशि के खाते में आनलाइन जमा करा दिए। आरोपित ने जुलाई 2021 में तीनों को नियुक्ति पत्र दिए। सभी को किसी कर्मचारी का पुत्र दिखा मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति दी गई थी।
वह सभी नियुक्ति पत्र लेकर जलकल विभाग पहुंचे ताे पता चले कि वह फर्जी हैं। इसकी शिकायत करने पर आरोपी ने उन्हें तीन चेक दिए जो बाउंस हो गए। तकादा करने पर पहले कहा कि मकान बिकने पर देंगे। करीब दो वर्ष तक प्रतीक्षा के बाद भी रकम नहीं लौटाई।
प्रभारी निरीक्षक सदर नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि पीड़िताें द्वारा दिए गए साक्ष्यों की जांच के बाद आरोपित हर्षित शर्मा, उसकी पत्नी अंजली और मां शशि के विरुद्ध सदर थाने में अभियोग दर्ज किया गया है। विवेचना की जा रही है।
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