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आगरा, 19 अप्रैल। शहर के एक निजी अस्पताल में एक महिला के पेट से साढ़े दस किलो का ट्यूमर निकला। मुश्किल भरे ऑपरेशन के बाद डाक्टरों ने ट्यूमर निकाल कर महिला का जीवन बचा लिया।
शिकोहाबाद की रहने वाली मरीज़ अंजू (बदला हुआ नाम) काफी समय से अपने पेट में एक जटिल गांठ को लेकर परेशान थीं। उन्होंने अपने आप को कई अस्पतालों में दिखाया परंतु उनको कहीं उपयुक्त इलाज नहीं मिला। फिर अंजू आनंद मंगल हॉस्पिटल में डॉ स्मिता राघव को दिखाने आयी। डॉ स्मिता ने पूर्ण परीक्षण के बाद अंजू को ऑपरेशन करवाने की हिदायत दी। 18 अप्रैल को अंजू का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के वक्त ऑपरेशन थिएटर में मौजूद समस्त टीम अवाक रह गई। अंजू के पेट में लगभग साढ़े दस किलो की गांठ निकली, जिसका आकार तकरीबन 15×15 इंच से ज़्यादा था। कुशल डाक्टरों की टीम की मेहनत से उनका यह कठिन आपरेशन सफलतापूर्वक संभव हुआ। अंजू की स्थिति अब बिलकुल ठीक है और कुछ ही दिनों में उनकी छुट्टी कर दी जाएगी।
आपरेशन के दौरान ऑपरेशन थिएटर में डॉ स्मिता राघव के साथ एनिस्थेटिस्ट डॉ मधुर चौहान, जी.आई. सर्जन डॉ भुवनेश, डॉ ए. के. सिंह, रवींद्र ने भी सहयोग किया।
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आगरा। अनचाहे नवजात शिशु, जिन्हें जन्म लेते ही अनचाही पहचान के साथ समाज में छोड़ दिया जाता है। ऐसे बच्चों का जीवन बचाने के लिए और उन्हें नई जिंदगी देने के लिए यहां एसएन मेडिकल कॉलेज में मां भगवती विकास संस्थान उदयपुर ने आश्रय पालना स्थल की शुरुआत की है।
आश्रय पालना स्थल के संस्थापक संचालक योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल ने बताया कि संस्थान के तत्वावधान में पूरे देश में 71 उत्तर प्रदेश में तीन और आगरा में यह पहला आश्रय पालना स्थल शुरू किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सात जिले लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, मेरठ, झांसी और कानपुर राजकीय मेडिकल कॉलेजों के महिला चिकित्सालय में आश्रय पालना स्थल की स्थापना की स्वीकृति दी गई है।
एसएन मेडिकल कॉलेज में 22 अप्रैल को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य द्वारा इसका विधिवत शुभारंभ किया जाएगा।
आश्रय पालना स्थल हाइटेक मोशन सेंसर से युक्त होगा। जिससे की पालना स्थल में शिशु को छोड़ने के दो मिनट बाद ही चिकित्सालय के स्वागत कक्ष में अपने आप घंटी बजेगी। इस दो मिनट के समय में छोड़ने वाला व्यक्ति आसानी से सुरक्षित रूप वहां से जा सकेगा और इससे उसकी पहचान भी गोपनीय बनी रहेगी। जो भी व्यक्ति आश्रय पालना स्थल के पालना में नवजात शिशु को सुरक्षित छोड़ेगा। उसकी पहचान गुप्त रहेगी। न ही उसे रोका-टोका जाएगा। उसके विरुद्ध पुलिस में कोई शिकायत भी नहीं की जाएगी। घंटी बजने के बाद चिकित्सा कर्मी द्वारा आश्रय पालना स्थल से शिशु को प्राप्त कर उसकी चिकित्सीय एवं व्यक्तिगत देखभाल और उसको दूध पिलाना, साफ सफाई करना व स्वच्छ कपड़े पहनाने का काम किया जाएगा।
नवजात के स्वस्थ होने के बाद उसे तत्काल नजदीकी राजकीय मान्यता प्राप्त शिशु गृह में भेज दिया जाएगा। जिला बाल कल्याण समिति द्वारा शिशु को आवश्यकतानुसार दत्तक ग्रहण हेतु विधिक रूप स्वतंत्र घोषित कर दिया जाएगा।
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आगरा। संकल्प सेवा संस्था द्वारा मिल्टन पब्लिक स्कूल, अवधपुरी की कक्षा दस की एक छात्रा को किताबों का पूरा सेट उपहार में दिया गया।
संस्था के अध्यक्ष ब्रजेश पंडित ने बताया कि अवनी शर्मा (बदला हुआ नाम) के माता एवं पिता का कोरोना काल में स्वर्गवास हो गया था। वर्तमान में उसकी शिक्षा का प्रबंध एवं लालन-पालन उसके फूफाजी एवं बुआजी कर रहे हैं। अवनी शर्मा की बुआजी ने बताया कि मिल्टन पब्लिक स्कूल की मेधावी छात्रा है और स्कूल प्रबंधन ने पूरी फीस माफ कर रखी है। संकल्प सेवा संस्था ने छात्रा को पुस्तक का सम्पूर्ण सेट उपहार में दिया। कार्यक्रम में डॉ के के सिंघल, दीप बघेल भी मौजूद रहे।
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आगरा। डाक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की टीम के ऑल इंडिया ग्रेपलिंग प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर कुलपति प्रोफेसर आशु रानी ने खिलाड़ियों का किया।
ऑल इंडिया विश्वविद्यालय ग्रेपलिंग खेल स्पर्धा चैंपियनशिप मध्यांचल प्रोफेशनल विश्वविद्यालय भोपाल (मध्य प्रदेश) में आयोजित हुई थी। इस प्रतियोगिता में आगरा विश्वविद्यालय ग्रेपलिंग की टीम ने नौ मेडल (3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज) प्राप्त किए।
सम्मान समारोह में कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह परीक्षा नियंत्रक ओपी सिंह, प्रो मोहम्मद अरशद अध्यक्ष खेलकूद परिषद, खेलकूद निदेशक शारीरिक शिक्षा डॉ अखिलेश चन्द्र सक्सेना, डॉ निशात हुसैन व अन्य शामिल रहे।
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अदालतें एक मई से हो जायेंगी प्रातःकालीन
आगरा। जिला जज विवेक संगल ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भीषण गर्मी के मौसम के दृष्टिगत उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार जनपद के न्यायालयों का समय आगामी एक मई से तीस जून, 2023 तक प्रातःकालीन किया जा रहा है।
इस अवधि में जनपद न्यायालय, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे), बाहय न्यायालय सिविल जज ( जू. डि.)/न्यायिक मजिस्ट्रेट, फतेहाबाद, अपर सिविल जज (जू.डि.)/न्यायिक मजिस्ट्रेट, फतेहाबाद व ग्राम न्यायालय, तहसील बाह, किरावली एवं एत्मादपुर स्थित न्यायालयों का समय प्रातःकाल सात से दोपहर एक बजे तक रहेगा। भोजनावकाश का समय प्रातः 10.30 से 11 बजे तक रहेगा। इसके अलावा समस्त अनुभाग/कार्यालयों का समय प्रातः 06.30 से दोपहर डेढ़ बजे तक निर्धारित किया गया है।
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