ताजमहल में चुनाव प्रचार पर सपा मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश पर मुकदमा दर्ज
आगरा, 23 अप्रैल। ताजमहल के अंदर चुनाव प्रचार करने पर समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। शनिवार को ईद की नमाज के बाद सपा प्रत्याशी ने ताजमहल पर प्रचार किया था।
नगर निगम चुनाव में वोटों के लालच में ताजमहल के अंदर वोट मांगना समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी को भारी पड़ गया। सीआईएसएफ की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुरात्तव विभाग की शिकायत पर थाना ताजगंज पुलिस ने प्रत्याशी और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
शनिवार को ईद उल फितर के अवसर पर ताजमहल की शाही मस्जिद में नमाज अता हो रही थी। इस दौरान ताजमहल के अंदर निःशुल्क प्रवेश दिया जा रहा था। भीड़ का फायदा उठा कर सपा मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश, जिलाध्यक्ष आजाद सिंह, सपा नेता नितिन कोहली व अन्य कार्यकर्ता ताजमहल के रॉयल गेट पहुँच गए और नमाज पढ़ कर लौट रहे अकीदतमंदों से हाथ जोड़कर चुनाव में वोट देने की अपील करने लगे। इस दौरान उनका एक साथी समाजवादी पार्टी लिखा चिन्ह साइकिल छपा हुआ पटका गले में लटकाये हुए था।
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और समर्थकों को इस तरह वोट मांगते देख एसीपी ताज सुरक्षा अदीब अहमद ने उन्हें रोका था और टोपी व पटका उतारने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी सपाई वोट मांगते रहे थे। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
ताजमहल के अंदर प्रचार का मामला तूल पकड़ते ही पुरातत्व विभाग के अधीक्षक राजकुमार पटेल ने गंभीरता समझते हुए सीआईएसएफ को सौंपी थी। मुकदमा दर्ज होने से पहले तक जूही प्रकाश ताजमहल जाकर सिर्फ ईद की बधाई देने की बात कहती रहीं, पर वीडियो में सब कुछ साफ नजर आने के कारण झूठ काम नहीं आया और जांच रिपोर्ट के आधार पर ताजमहल के सहायक अधीक्षक प्रिंस वाजपेयी की शिकायत पर थाना ताजगंज में लोक प्रतिनिधि अधिनियम की धारा 134 और लोक सेवक के आदेश का उल्लंघन करने की धारा 188 के तहत जूही प्रकाश और सात अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी एमबीए पास हैं। नोटबंदी के दौरान इनके पिता की तबियत खराब थी, दवा की लाइन और पैसे निकलने के लिए घंटों का इंतजार कर परेशान होकर जूही ने तत्कालीन मुख्य मंत्री अखिलेश यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावनात्मक ट्वीट किया था, इसके बाद चर्चा में आने के बाद खुद का एनजीओ शुरू किया और फिर समाजवादी पार्टी से जुड़कर पार्षद का चुनाव लड़ा। हारने के बाद जूही ने डिम्पल यादव की टीम से जुड़कर काम करना शुरू किया। इसी का फायदा मिला कि इस बार आगरा सीट पर सपा की मेयर प्रत्याशी घोषित होने के बाद कुछ ही घंटों में संशोधन हुआ और जूही को मेयर पद का प्रत्याशी बना दिया गया।
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