चैंबर चुनाव: मतदाताओं को रिझाने में जुटे सभी प्रत्याशी
आगरा, 11 मार्च। उद्यमियों और व्यापारियों की संस्था नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स में शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच पूरी होने के बाद उपाध्यक्षों के दो पदों और कोषाध्यक्ष के पद के लिए मतदान होना तय हो गया है। कार्यकारिणी सदस्यों के बीच चुनाव की स्थिति नहीं बनी, बल्कि कुछ खाली पदों को कॉप्शन से भरा जाएगा।
मतदान 15 मार्च को अग्रवन में सुबह साढ़े दस बजे होगा। अध्यक्ष पद पर एकमात्र प्रत्याशी राजेश गोयल के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा भी 15 को ही चुनाव परिणामों के साथ की जाएगी। उपाध्यक्ष के दो पदों के लिए चार प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें राजेंद्र गर्ग, गोपाल खंडेलवाल, अनिल अग्रवाल और मनोज बंसल शामिल हैं।
कोषाध्यक्ष पद पर आमने-सामने का मुकाबला
यूं तो कोषाध्यक्ष पद पर अम्बा प्रसाद अग्रवाल, योगेश जिंदल और सुशील बंसल के नाम मतपत्र पर होंगे, लेकिन ताजा घटनाक्रम में सुशील बंसल ने चुनाव लड़ने में अनिच्छा जाहिर कर दी है। शुक्रवार को उन्होंने चुनाव समिति को पारिवारिक कारणों से अपना नामांकन पत्र वापस लेने की सूचना भिजवाई। लेकिन समय सीमा समाप्त होने के कारण उनका नामांकन पत्र वापस नहीं हो सका। चुनाव समिति से जुड़े लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से स्वयं के चुनाव मैदान में न होने की सभी को जानकारी देने का विकल्प सुझा दिया। इस स्थिति में माना जा रहा है कि अब अम्बा प्रसाद अग्रवाल और योगेश जिंदल के बीच कोषाध्यक्ष पद के लिए सीधा मुकाबला होगा। योगेश जिंदल एक बार उपाध्यक्ष रह चुके हैं और दूसरी बार उपाध्यक्ष का चुनाव वे मामूली अन्तर से हार गए थे। इस बार वे कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में यह उनके लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया है। दूसरी ओर अम्बा प्रसाद स्वयं के संपर्कों और पिता के सहयोग से चुनाव की वैतरणी पार करने को प्रयासरत हैं।
तीन प्रत्याशियों ने बना लिया अलग पैनल
चुनाव मैदान में मौजूद कुछ प्रत्याशियों ने अपना पैनल बना लिया है और वे एक साथ ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अनिल अग्रवाल, मनोज बंसल और योगेश जिंदल एक पैनल बना कर मतदाताओं से सम्पर्क कर रहे हैं। न केवल सोशल मीडिया के सहारे बल्कि व्यक्तिगत मुलाकातों से भी वोटरों पर पकड़ बनाने के प्रयास हो रहे हैं। अनिल अग्रवाल चैंबर के पूर्व अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल के भाई हैं, वे भी उनके प्रचार अभियान में जुटे हुए हैं। वहीं अंबा प्रसाद के पिता हरिओम अग्रवाल सिकंदरा फैक्ट्री एसोसियेशन से जुड़े हुए हैं, वे भी अपने पुत्र के लिए मेहनत कर रहे हैं। गोपाल खंडेलवाल के लिए एक पूर्व अध्यक्ष पूरी गंभीरता से सक्रिय हो गए हैं। राजेंद्र गर्ग पूर्व अध्यक्षों से नजदीकी और अपने व्यक्तिगत संपर्कों के सहारे वोटरों पर पकड़ बनाने की जुगत में लगे हुए हैं।
राजेश गोयल ने दी इस्तीफा भेजने की जानकारी
इस बीच निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित होने जा रहे राजेश गोयल ने चैंबर के संविधान का पालन करते हुए फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसियेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा फेडरेशन को भेज दिया है और इसकी एक प्रति चुनाव समिति को उपलब्ध करा दी है। लेकिन इतने भर से औपचारिकता पूरी नहीं हुई है। उन्हें नया पदभार ग्रहण करने से पहले फेडरेशन से इस्तीफा स्वीकृति की प्रमाणित प्रति चैंबर प्रबंध समिति को उपलब्ध करानी होगी।
कहीं नजीर न बन जाए राजीव तिवारी का मामला
इस बीच चैंबर के कुछ वरिष्ठ सदस्य यह भी आशंका जता रहे हैं कि राजेश गोयल का मामला भी पूर्व अध्यक्ष राजीव तिवारी जैसा मोड़ न ले ले। बता दें कि राजीव तिवारी ने चैंबर अध्यक्ष बनने से पहले अन्य व्यापारिक संस्था को इस्तीफा भेज दिया था और चैंबर अध्यक्ष का पद संभाल लिया था, लेकिन उन्हें पुरानी संस्था ने भी पदमुक्त नहीं किया। उन परिस्थितियों में चैम्बर प्रबंध समिति ने भी चुप्पी साध ली थी।
चैंबर के कुछ पूर्व अध्यक्षों ने आशंका जताई कि यह मामला कहीं नजीर न बन जाए। चुनाव समिति के अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि चुनाव समिति की भूमिका निर्वाचन प्रक्रिया पूरी कराने तक है। इसके बाद की परिस्थितियों पर प्रबंध समिति को ही निर्णय करना होगा।
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