मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमेटिक रेस्क्यू डिवाइस और ओवर स्पीड गवर्नर लिफ्ट

आगरा, 18 जनवरी। शहर में मेट्रो रेल का काम तेजी पर है। इन दिनों आगरा मेट्रो के सभी स्टेशनों पर ऑटोमेटिक रेस्क्यू डिवाइस एवं ओवर स्पीड गवर्नर तकनीक से लैस लिफ्ट लगाई जा रही हैं।
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉपोरेशन द्वारा ग्राउंड लेवल से कॉन्कोर्स और कॉन्कोर्स से प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए लिफ्ट और एस्किलेटर्स लगाए जा रहे हैं। प्रायोरिटी कॉरिडोर में हर एलिवेटेड स्टेशन पर 4 लिफ्ट व 3 एस्किलेटर लगाए जाएंगे।
शहर में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों की सुविधा के लिए ऐलिवेटिड स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्किलेटर्स होंगे, जिसकी मदद से बुजुर्ग, दिव्यांग एवं जरूरतमंद यात्री आसानी से मेट्रो सेवा का लाभ उठा पाएंगे।
इसके साथ ही आगरा मेट्रो की लिफ्टों के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी लिफ्टों में अलार्म बटन लगाया जाएगा। आगरा मेट्रो में यात्रा के दौरान यदि किसी व्यक्ति को लिफ्ट का प्रयोग करते समय कोई परेशानी आती है तो वह इस अलार्म बटन को दबाकर और लिफ्ट में लगे इंटरकॉम के जरिए निकटतम कर्मचारियों एवं स्टेशन कंट्रोलर को सूचित कर पाएगा।
आगरा मेट्रो के स्टेशन परिसर में लगाई जाने वाली लिफ्टें ऑटोमैटिक रेस्क्यू डिवाइस (स्वचालित बचाव उपकरण) से लैस होंगी। यह उपकरण पावर कट की स्थिति में लिफ्ट को निकटतम तल पर लाएगा और स्वचालित रूप से लिफ्ट का दरवाजा खोल देगा, जिससे लिफ्ट में फंसे यात्री आसानी से बाहर आ सकेंगे। इसके साथ ही आगरा मेट्रो की लिफ्टों में ओवर स्पीड गवर्नर नामक सुरक्षा उपकरण होगा जो कि तेज गति के मामले में लिफ्ट को अपने आप ही रोक देगा।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए आगरा मेट्रो की सभी लिफ्टों के दरवाजों में 2 डी और 3डी सेंसर लगे होंगे। ये सेंसर लिफ्ट के दरवाज़ों के बीच में किसी व्यक्ति/ सामान के होने का पता लगाकर दरवाज़ों को बंद होने से रोकेंगे। इसके साथ ही लिफ्ट के दरवाजों में डोर लॉक सेफ्टी स्विच भी होगा, जो दरवाजे पूर्णत: लॉक होने के बाद ही लिफ्ट को चलने देगा।
आगरा मेट्रो द्वारा प्रयोग की जाने वाली लिफ्ट रीजनरेटिव प्रणाली से लैस होंगी। यात्री सेवा शुरू होने के बाद बार-बार लिफ्ट के प्रयोग से बिजली का उत्पादन होगा। उदाहरण के तौर पर यदि कोई लिफ्ट दिन में 100 यूनिट उपयोग करेगी तो रीजेनरेटिव प्रणाली के जरिए वह लिफ्ट 37 यूनिट का उत्पादन भी करेगी। जिसे सप्लाई में वापस भेज दिया जाएगा।
रीजनरेटिव प्रणाली से युक्त लिफ्ट द्वारा उत्पादित की गई बिजली के आंकलन के लिए मीटर भी लगाए जाएंगे।
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कानपुर मेट्रो के कार्ड से आगरा में भी यात्रा
उधर कानपुर में मेट्रो के गो-कार्ड का ट्रायल पूरा हो गया है। कार्ड को जल्द ही लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। मेट्रो स्टेशन के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इस कार्ड से यात्रा करने पर किराए में 10 प्रतिशत छूट मिलेगी। छह महीने बाद इस कार्ड से लखनऊ, आगरा मेट्रो में भी यात्रा कर सकेंगे।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने यात्रियों की सहूलियत के लिए स्टेट बैंक के माध्यम से गो-गार्ड तैयार कराया है। एटीएम कार्ड की तरह दिखने वाले इस कार्ड के लिए बैंकों सहित अन्य संबंधित विभागों से एनओसी मिल गई है।
250 रुपये के इस कार्ड में 200 रुपये यात्रा के लिए होंगे। इसके बाद गूगल-पे, फोन पे सहित अन्य यूपीआई माध्यमों से कार्ड को रिचार्ज किया जा सकता है। मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार में लगे दरवाजे के स्कैनर के सामने यह कार्ड लगाते ही बैरियर खुल जाएंगे। जिस स्टेशन से बाहर निकलेंगे वहां तक का किराया कार्ड से कट जाएगा।
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