नहीं पहुंची मंत्री जी के बेटे की बरात, दुल्हन इंतजार करती रह गई

घराती दावत खाकर चले गए, बैंड बाजे वाले इंतजार कर लौट गए
वर पक्ष बोला, दूल्हे को डेंगू हुआ, अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा
लेकिन कन्या पक्ष को समय रहते अवगत न कराने के सवाल पर चुप्पी
आगरा, 03 दिसम्बर। प्रदेश के कारागार और होमगार्ड राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे दिलीप की शादी दो दिसंबर को होनी थी। लड़की पक्ष ने पूरी तैयारी कर ली थी। दुल्हन हाथों में मेहंदी लगाए दूल्हे का इंतजार करती रही। मगर, न दूल्हा आया और न ही बरात। बैंड-बाजे वाले भी इंतजार कर लौट गए।
हालांकि, मामले में दूल्हे पक्ष के परिवार का कहना है कि दूल्हे को डेंगू हो जाने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अब दुल्हन और लड़की पक्ष के लोग हॉस्पिटल पहुंचे हैं।
मथुरा जिला कारागार में आज शनिवार को बंदियों के राम कथा समारोह में मंत्री धर्मवीर प्रजापति शामिल हुए। इस दौरान वह भावुक हो गए। मंत्री ने कहा, "परिवार में रहते हैं। सांसारिक मोह-ममता भी है। ऐसा नहीं कि बिल्कुल वैराग्य हो गया है। मन बहुत दुःखी है। बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है। फिर भी यहां आया हूं। अगर बंदी भाइयों का कार्यक्रम नहीं होता, तो शायद यहां भी न आ पाता।
खंदौली कस्बे के खेड़ा हाजीपुर के रहने वाले धर्मवीर प्रजापति प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। वर्तमान में उन्होंने थाना सिकंदरा क्षेत्र के आवास विकास क्षेत्र में निवास बना लिया है। शुक्रवार दो दिसम्बर को उनके तीसरे नंबर के बेटे दिलीप की शादी मुड़ी जहांगीर निवासी जयराम ठेकेदार की बेटी ज्योति से होनी थी। शादी का आयोजन खंदौली में माया देवी वाटिका में किया गया। लड़की पक्ष ने पूरी तैयारी कर ली थी। मैरिज होम के पास से ही बारात चढ़नी थी। रात आठ बजे बैंड-बाजा पहुंच गया। रात नौ बजे बारात चढ़नी थी।
बताया जा रहा है कि जब बैंड बाजे का टाइम पूरा होने के बाद भी वर पक्ष से कोई नहीं आया तो वे परेशान हो गए। उन्होंने लड़की पक्ष के लोगों से संपर्क किया। उन्होंने भी बारात के लेट होने की कोई जानकारी न होने की बात कही। काफी इंतजार के बाद बैंड बाजे वाले लौट गए। घराती भी दावत खाकर चले गए।
जब रात 12 बजे के बाद भी बारात और दूल्हा न आए तो लड़की पक्ष भागदौड़ में जुटा। रात दो बजे तक दुल्हन दूल्हे का इंतजार करती रही। देर रात सूचना आई की दूल्हे की तबियत खराब है और वह सिकंदरा स्थित नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती है।
दूल्हे के भाई दिनेश ने बताया कि दूल्हे को डेंगू हो गया है। अब उसकी हालत ठीक है। सुबह मंत्री धर्मवीर प्रजापति बेटे से मिलकर निकल गए। उनका कहना है कि इस वक्त वे परेशान हैं और उन्हें बेटे की जान बचाना जरूरी लग रहा है। समय आने पर जवाब दिया जाएगा।
वहीं मंत्री के छोटे बेटे दिनेश ने बताया कि हमारे भाई की तबियत खराब है, ऐसे में क्या खाट पर लिटाकर बरात ले जाते। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि शादी अब कब होगी, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। दिनेश के अनुसार, हमारे पास सारी रिपोर्ट और सबूत हैं, हम किसी भी तरह की अफवाह फैलाकर बदनामी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे।
बरात न पहुंचने को लेकर कई तरह की चर्चा हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मामला प्यार-मोहब्बत से जुड़ा है। लड़का-लड़की एक-दूसरे को पसंद करते हैं। कुछ माह पहले इसको लेकर पंचायत भी हुई थी। पंचायत के बाद ही शादी तय हुई थी। चर्चा यह भी है कि लड़की पक्ष आर्थिक रूप से कमजोर है और उसने खेत बेचकर व्यवस्थाएं की थीं। दूल्हे के लिए कार खरीदी थी। बरात और अन्य इंतजाम मंत्री के बेटे ने खुद किया था। शुक्रवार को ही लग्न और शादी दोनों रस्में होनी थीं। इस मामले में लड़की पक्ष अभी कुछ नहीं बोल रहा है। वह किसी भी तरह से शादी की रस्म पूरी कर बेटी को विदा करना चाहते हैं।
इस मामले में कुछ अनुत्तरित सवाल भी हैं, जैसे क्या डेंगू जैसी बीमारी का ऐन मौके पर पता चला या पहले से इसके लक्षण थे? क्या वर पक्ष में ऐसा कोई नहीं था, जो कन्या पक्ष और बैंड-बाजे वालों को समय रहते हालात से अवगत करा देता? इस बारे में राज्य मंत्री परिवार से जुड़े लोगों का कहना है कि उनकी पहली प्राथमिकता दूल्हे का स्वास्थ्य है। अन्य सवालों पर उन्होंने चुप्पी साध ली।
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