आगरा में 2362 कर्जदार, लटक रही गिरफ्तारी की तलवार!
आगरा, 08 सितम्बर। जिले में सहकारी ग्राम विकास बैंक के 2362 कर्जदारों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उन पर 74.48 करोड़ रुपये बकाया हैं। प्रशासन ने चेतावनी के साथ क्षेत्रीय प्रबंधक को कर्जदारों की भूमि बंधक बनाने, कुर्की व नीलामी से कर्ज की वसूली के आदेश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक किसानों को स्वरोजगार व कृषि कार्य के लिए कर्ज देता है। जिले में बैंक की नौ शाखाएं हैं। कर्ज के बदले भूमि बंधक होती है। दो लाख रुपये तक कर्ज मिलता है। पांच साल से अधिक समय से कर्ज नहीं चुकाने वालों के विरुद्ध 2362 रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की गई हैं। इन पर 74.48 करोड़ रुपये का कर्ज है। सबसे ज्यादा कर्जदार बाह क्षेत्र में हैं। यहां 886 लोगों पर 24.79 करोड़ रुपये बकाया है। जिले में आठ किसानों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दो किसानों की भूमि कुर्क की गई है।
क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. एके मुदगल की ओर से एडीएम वित्त एवं राजस्व को भेजी रिपोर्ट में कर्ज वसूली के लिए कार्रवाई की अनुमति मांगी गई है। इसके बाद प्रशासन ने कर्जदारों के लिए अंतिम चेतावनी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
एडीएम वित्त एवं राजस्व के यशवर्धन श्रीवास्तव ने कहा कि सहकारी बैंक के बकाएदार समाधान योजना का लाभ उठा सकते हैं। उनका ब्याज व जुर्माना माफ हो जाएगा। 2362 लोगों पर 74 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। कर्ज नहीं चुकाने पर गिरफ्तारी होगी। उनकी भूमि बंधक हो जाएगी। कुर्की व नीलामी से कर्ज की वसूली की जाएगी।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, आगरा में 67 कर्जदार हैं, जिन पर 1.74 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसीप्रकार बाह में 886 कर्जदारों पर 24.79 करोड़, एत्मादपुर में 248 कर्जदारों पर 7.18 करोड़, फतेहाबाद में 110 कर्जदारों पर 3.43 करोड़, किरावली में 164 कर्जदारों पर 8.13 करोड़, खंदौली में 199 कर्जदारों पर 6.73 करोड़, खेरागढ़ में 203 कर्जदारों पर 2 करोड़, सैंया में 111 कर्जदारों पर 1.97 करोड़ और जगनेर में 374 कर्जदारों पर 17.48 करोड़ रुपये बकाया हैं।
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