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एत्माद्दौला क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन भी राहजनी
थाने के पास युवती के गले से चेन तोड़ ले गए
आगरा 17 जुलाई। थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में राहजन पूरी तरह सक्रिय हैं। बेखौफ बदमाशों ने लगातार दूसरे दिन आज सुबह थाने के पास ही युवती को निशाना बना लिया। उन्होंने यहां नर्सरी से पौधे खरीदने पहुंची युवती के गले से सोने की चेन लूट ली। पिता के पीछा करने पर बदमाश फायर करते हुए भाग गए। घटना के बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में चेकिंग की, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं मिला। 
बता दें कि बदमाशों ने इसी अंदाज में शुक्रवार का एत्माद्दौला के कालिंदी विहार में महिला के गले से सोने की चेन लूटी थी।
न्यू आगरा के नगला पदी निवासी दिव्या सिंह रविवार अपने पिता नरेंद्र सिंह के साथ एत्माद्दौला थाने के पास स्थित शालिनी नर्सरी से पौधे लेने पहुंची थी। सुबह 10.30 बजे एक्टिवा खड़ी करने के बाद पिता-पुत्री रोड किनारे खड़े थे। तभी बाइक से आए बदमाशों ने दिव्या के गले से सोने की चेन लूट ली। इसके बाद थाने की ओर तेज गति में बाइक से भागे। नरेंद्र सिंह ने पैदल ही बदमाशों का पीछा किया। उन्हें पीछा करते देखकर बदमाश ने सीधा फायर किया। इससे वे बाल-बाल बच गए। आसपास के लोग जुटे, तब तक बदमाश थाने के पास की गली में होकर भाग गए। दो दिन में दो वारदातों से क्षेत्र में दहशत है। बदमाशों ने थाने के सामने वारदात करके पुलिस को कड़ी चुनौती दी है।
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दो विधायकों को विकास के लिए डेढ़-डेढ़ करोड़ मिले
आगरा। विधानसभा क्षेत्रों में विकास के लिए दो क्षेत्रों की विधायक निधि आ चुकी है। इस बार डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपया मिला है। अब तक सिर्फ ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की विधायक व कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य और छावनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. जीएस धर्मेश के ही प्रस्ताव मिले हैं। शेष सात विधायकों के प्रस्तावों का इंतजार है।
गौरतलब है कि विकास को गति देने के लिए विधायक निधि पांच-पांच करोड़ रुपये कर दी गई है। पहली किस्त के रूप में सभी विधायकों को डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि दी जा रही है। ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए विधायक ने दस प्रस्ताव दिए हैं। लगभग 1.45 करोड़ रुपये के अधिकांश प्रस्ताव सीसी रोड निर्माण से संबंधित हैं। इसी प्रकार, छावनी क्षेत्र के लिए डा. जीएस धर्मेश ने लगभग 14 प्रस्ताव दिए हैं। गोपालपुरा, अर्जुन नगर, खेरिया मोड़ आदि क्षेत्रों में सीसी रोड निर्माण के कार्य हैं। 
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के प्रभारी परियोजना निदेशक राजकुमार लोधी का कहना है कि अभी कुछ विधायकों के प्रस्ताव मिले हैं। विकास कार्यों के प्रस्ताव भेजने के लिए सभी को पत्र भेजा चुका है। जल्द ही सभी के प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है।
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आगरा से लद्दाख का हवाई टूर पैकेज
आगरा। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) सितंबर माह में यात्रियों को आगरा से लद्दाख का भ्रमण कराएगा। इसके लिए सात रात और आठ दिन का हवाई टूर पैकेज लांच किया गया है। 
सात से 14 सितंबर और 14 सितंबर से 21 सितंबर का टूर रहेगा। टूर में यात्रियों को आगरा से नई दिल्ली की यात्रा सड़क मार्ग से और नई दिल्ली से लेह आने-जाने की व्यवस्था फ्लाइट से की गई है। खान-पान एवं ठहरने की व्यवस्था सितारा होटल में रहेगी।
यात्रियों की अधिक मांग को देखते हुए आईआरसीटीसी के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने पहली बार आगरा से लखनऊ (वाया नई दिल्ली) टूर पैकेज को लांच किया है।
यात्रा में लेह में होटल में प्रवास के साथ स्तूप व मठ दर्शन, शाम वैली में लेह पैलेस, शांति स्तूप, गुरुद्वारा, नुब्रा वैली में स्थित कैंप में रात्रि विश्राम, दिस्कीत, हुंडर व तुर्तुक गांव व स्थानीय जगहों की सैर के साथ पेंगांग झील का भ्रमण कराया जाएगा।
मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि पैकेज की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ आधार पर की जाएगी। बुकिंग के लिए पर्यटन भवन, गोमती नगर लखनऊ स्थित आईआरसीटीसी कार्यालय एवं आईआरसीटीसी की वेबसाइट www.irctctourism.com से बुकिंग कराई जा सकती है।
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एनआईआरएफ की रैंकिंग से डीईआई बाहर
आगरा। देश के उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए जारी की गई नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फेमवर्क (एनआईआरएफ) से दयालबाग शिक्षण संस्थान (डीईआई) बाहर हो गया है। पिछले दो सालों में डीईआई देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल था। मगर, इस बार 150 शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची से बाहर हो गया है। डीईआई की इंजीनियरिंग फैकल्टी की रैंकिंग में पिछले साल से सुधार हुआ है लेकिन वर्ष 2020 से रैंकिंग कम है।
एनआईआरएफ की रैंकिंग में वर्ष 2020 में डीईआई 82वें स्थान पर था और 41.21 स्कोर था। यह रैंक वर्ष 2021 में नीचे गिर गई और डीईआई 94वें स्थान पर पहुंच गया, स्कोर 39.06 था। मगर, वर्ष 2022 में डीईआई 150 विश्वद्यालयों की सूची में भी नहीं है। एनआईआरएफ की रैंकिंग के लिए विश्वविद्यालय की गतिविधियां, शैक्षिक माहौल और उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाता है। रैंकिंग से स्पष्ट है कि पिछले दो सालों में डीईआई में गतिविधियां कम हुई हैं। शैक्षिक माहौल में भी गिरावट आई है। इसी तरह से डीईआई की इंजीनियरिंग फैकल्टी की वर्ष 2020 में 102वीं रैंक थी, यह वर्ष 2021 में 126वें स्थान पर पहुंच गई। इस बार 102वीं रैंक है। यह भी वर्ष 2020 की रैंकिंग से कम है। डीईआई के इंजीनियरिंग संस्थान में भी शैक्षिक गतिविधियों में गिरावट आई है। 


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