सिविल टर्मिनल के लिए कैप्टन राना का नया सुझाव

व्यापारी नेता विनय अग्रवाल और टीएन अग्रवाल ने भी अवरोधों पर जताई चिंता
आगरा, 06 जुलाई। शहर के प्रमुख जूता निर्यातक और जूता निर्यातकों की प्रमुख संस्था एफमेक के पूर्व अध्यक्ष कैप्टन ए. एस. राना ने खेरिया हवाई अड्डे के प्रस्तावित सिविल टर्मिनल को लेकर बार-बार आने वाले अवरोधों पर चिंता जताई है और विदेशों का हवाला देते हुए नया प्रस्ताव सुझाया है। दो अन्य व्यापारी नेताओं विनय अग्रवाल और टीएन अग्रवाल ने भी सिविल टर्मिनल योजना को ड्रॉप किये जाने पर गहरी चिंता जताई है।
कैप्टन राना ने कहा कि छावनी बोर्ड के पास माल रोड पर कई बंगले हैं। किसी एक बंगले को चेक इन काउंटर के रूप में विकसित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से 95 प्रतिशत उड़ानों का संचालन होता है और गैटविक हवाई अड्डे से केवल पांच प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय उड़ानें होती हैं, लेकिन अमेरिका से आने वाली अधिकांश उड़ानें गैटविक अड्डे पर ही आती हैं और से यात्रियों को यहां से बस द्वारा हीथ्रो हवाई अड्डे ले जाया जाता है।
इसी प्रकार लासवेगास का रनवे भी चेक इन काउंटर से 15-20 किमी दूर है। यहां चेक इन करने के बाद यात्रियों को मेट्रो ट्रेन से एयरपोर्ट ले जाया जाता है। 
कैप्टन राना ने सुझाव दिया कि मालरोड के किसी बंगले को चेक इन काउंटर बना कर विमान यात्रियों का सामान लिया जा सकता है। यहीं पर सामान की जाँच की जा सकती है। सामान को अलग वाहन से और यात्रियों को अलग बस से विमान तक पहुँचाया जा सकता है। यदि ऐसा हो जाये तो सिविल टर्मिनल की जरूरत ही खत्म हो जाएगी और किसी पर्यावरणीय अनुमति की भी जरूरत नहीं होगी।
सपा से जुड़े व्यापारी नेता विनय अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि सिविल टर्मिनल को 11 दिसंबर, 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी थी, जिसमें प्रदूषण विभाग ने अपनी एनओसी लगाई थी। वर्ष 2020 में टाटा कंपनी को बनाने का ठेका दे दिया गया था तो फिर अब क्यों इस योजना को बंद कर दिया गया? लगता है आगरा के 15 जनप्रतिनिधियों में दृढ़ इच्छा की कमी है इसी कारण दिल्ली की लॉबी हावी रहती है और यहां विकास कार्य नहीं होने देती। 
बयान में कहा गया है कि चाहें इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो या इंटरनेशनल स्टेडियम हो या फिर रेडीमेड गारमेंट के उद्योग, आईटी इंडस्ट्री, पेठा आलू और जूता इंडस्ट्री के डेवलपमेंट की बात हो सभी कुछ अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि कोटा की तरह एजुकेशन हब,  एमजी रोड पर एलिवेटेड रोड, हाईकोर्ट बेंच की स्थापना जैसी योजनाएं आगरा को विकसित एवं स्मार्ट सिटी में रख सकती हैं। शहर के प्रत्येक व्यक्ति के पास रोजगार व व्यापार होगा होगा। शहर का रेवेन्यू कलेक्शन बहुत अधिक होगा जिससे विकास कार्य होंगे।
आगरा व्यापार मंडल की कोर कमेटी की एक बैठक में कहा गया कि खेरिया हवाई अड्डे के सिविल टर्मिनल के निर्माण में पर्यावरण सम्बन्धी अड़ंगा लगाए जाने से उद्यमियों में घोर निराशा फैल गई है।
वक्ताओं ने कहा कि प्रदूषण के नाम पर शहर पहले ही काफी पिछड़ चुका है। अगर इसी तरह पोल्यूशन, पर्यावरण की आड़ लगती रही तो यह देश के सबसे पिछड़े शहरों में गिना जायेगा। अध्यक्ष टी.एन. अग्रवाल ने कहा कि इस संदर्भ में शहर की प्रमुख पर्यटन, औद्योगिक संस्थाओं और व्यापारियों से बात कर इस विषय को गंभीरतापूर्वक केन्द्र सरकार के समक्ष रखा जायेगा। आगरा व्यापार मंडल इस संदर्भ में जल्द ही पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव व नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलेगा। बैठक में जय पुरसनानी, अशोक मंगवानी, कन्हैयालाल राठौड़, संदीप गुप्ता, राजेश अग्रवाल, तरुण सिंह आदि उपस्थित थे।
----------------------------------------

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments