पिता ने डांटा, पैसे नहीं दिये तो नाबालिग दोस्तों ने छोड़ दिया घर!

आगरा, 18 जुलाई। पिता ने डांटा और पैसे देने से मना कर दिया तो दो नाबालिग दोस्तों को इस कदर ठेस लगी कि वे घर से बैग उठा कर पैसे कमाने निकल पड़े। बच्चों के गायब होने से परेशान घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर नाबालिगों को बरामद कर परिवारीजनों को सुपुर्द कर दिया।
मामला थाना इरादतनगर के बसई खुर्द का है। यहां रहने वाले महेश का 14 वर्षीय पुत्र अरुण और भूपेंद्र का 13 वर्षीय भाई बृजमोहन दोनों अच्छे दोस्त हैं। ये दोनों एक ही विद्यालय में कक्षा आठ में पढ़ते हैं। रविवार की दोपहर अचानक दोनों लापता हो गए। महेश ने कहा कि दोपहर तक दोनों दोस्त घर के बाहर थे। काफी देर बाद भी नहीं लौटे तो फोन मिलाया। गांव, आसपास के क्षेत्र समेत रिश्तेदारी में भी पूछा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। थक हारकर परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। 
पुलिस दोपहर से ही दोनों की तलाश कर रही थी। एसएसआई सर्वेश सिंह ने टीम गठित की। शाम छह बजे के करीब पुलिस ने दोनों को जाजऊ रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया।
थाना प्रभारी प्रेम सिंह ने बताया कि अरुण और बृजमोहन ने बताया कि उन्होंने अपने परिजनों से रुपये मांगे थे। परिजनों ने पैसे देने से मना कर दिया और डांट दिया। इस बात से दोनों नाराज हो गए। दोनों ने फैसला किया कि घर छोड़कर कहीं पर कमाने के लिए चलते हैं। अब किसी से भी पैसे मांगने की जरूरत नहीं है। दोनों ने अपना एक-एक बैग लिया, उसमें कपड़े आदि भरकर बिना किसी को बताए घर से निकल गए। दोनों ग्वालियर जा रहे थे।

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