डिप्टी सीएम ने लखनऊ से टीम भेज कराई जिला अस्पताल की गुपचुप जांच
गोपनीय जांच की स्थानीय अधिकारियों को आधा घंटे बाद जानकारी हुई
आगरा, 17 मई। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की कार्यशैली से शहर के सरकारी चिकित्सकों में हड़कंप मचा हुआ है। पिछले दिनों मथुरा जिले से लौटते समय पाठक अचानक एसएन मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग में निरीक्षण के लिए पहुंच गये थे। आज उन्होंने जिला अस्पताल के अचानक निरीक्षण के लिए लखनऊ से टीम भेज दी।
टीम ने यहां जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों को भी लगभग आधे घंटे बाद जानकारी हुई। इसके साथ ही पूरे अस्पताल में चिकित्सक और अन्य स्टाफ सक्रिय हो गया लेकिन तब तक यह टीम पूरे आगरा जिला अस्पताल का निरीक्षण कर चुकी थी। ओपीडी के साथ जिला अस्पताल के सारे वार्ड और जांच होने वाले विभागों में दौरा करने के बाद यह टीम दवाइयों के स्टोर रूम में पहुंची। यहाँ भी टीम को खामियां ही मिलीं।
बताया जाता है कि जिला अस्पताल की खामियां लगातार ट्वीट की जा रही हैं। उपमुख्यमंत्री पाठक ने भी इसे गंभीरता से लिया और स्वास्थ्य विभाग लखनऊ की ओर से एक टीम को गुपचुप तरीके से निरीक्षण के लिए भेज दिया। जिला अस्पताल में मरीजों को दवा मिल रही है या नहीं, ओपीडी की जांच स्ट्रेचर कहां रखा है, क्षय रोग की दवा मिल रही है या नहीं और जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था के साथ अन्य लगभग 14 बिंदुओं पर यह टीम जांच करने आई। निरीक्षण करने वाली टीम में लगभग चार लोग शामिल थे।
टीम ने जिला अस्पताल के औषधि स्टोर रूम का निरीक्षण किया। यहां पर दवाइयों की उपलब्धता और दवाइयों की एक्सपायरी जांच की गई। इस औषधि स्टोर रूम में काफी दवाइयां एक्सपायरी मिलीं। यह दवाइयां एंटी एलर्जी वाली सीरप और टेबलेट थीं। स्टोररूम कीपर छुट्टी पर था। फोन पर उसने अपनी बात को टीम और अधिकारियों के सामने रखा।
सीएमएस ए.के. अग्रवाल ने माना कि टीम के आगमन की उन्हें भी कोई सूचना नहीं थी। उन्होंने पूरे जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद टीम ने उनसे व अन्य चिकित्सकों से किसी भी तरह की वार्ता नहीं की। यह बाद में ही पता चलेगा कि टीम ने किस तरह की रिपोर्ट पेश की।
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