अतिक्रमण विरोधी अभियान पर व्यापारीगण दो-फाड़

फौवारा के व्यापारी अभियान के समर्थन में खुल कर आये
व्यापारिक संस्थाओं ने बिना सूचना अभियान चलाने का विरोध किया
नगर आयुक्त ने नगर निगम में कल बुलाई व्यापारियों, अधिकारियों की बैठक
आगरा, 23 मई। अतिक्रमण विरोधी अभियान पर शहर के व्यापारी दो फाड़ होते नजर आ रहे हैं। एक ओर कुछ व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं कुछ व्यापारी अभियान के समर्थन में भी आ गये हैं। रविवार को जिन बाजारों से अतिक्रमण हटाया था, उनमें अनेक दुकानदारों ने आज फिर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया। 
व्यापारियों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि पूर्व में तय हुआ था कि अतिक्रमण अभियान शुरू करने से पहले आगरा व्यापार मंडल व अन्य व्यापारिक संस्थाओं को इसकी सूचना दी जायेगी, लेकिन रविवार को अभियान चलाने से पहले ऐसा नहीं किया गया।
नगर निगम के नगरायुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने इस मसले पर मंगलवार की दोपहर तीन बजे व्यापारियों और अभियान से जुड़े प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
नगरायुक्त ने व्यापारिक संस्थाओं को प्रदेश सरकार के शासनादेश की प्रतिलिपि भी जारी कर दी है, जिसमें अतिक्रमण, अवैध पार्किंग व अवैध ऑटो रिक्शा स्टैंड हटाने के लिये सख्ती से अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
फौवारा के व्यापारी अतिक्रमण हटाने के समर्थन में
इस बीच दवा व्यापारी अतिक्रमण विरोधी अभियान का खुलकर समर्थन करने लगे हैं। उनका कहना है अतिक्रमण हटाये जाने से बाजारों में आवागमन बढ़ेगा और इससे व्यापार में बढ़ोतरी होगी। आगरा दवा विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष शर्मा ने तो उदाहरण देते हुए कहा कि रविवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलने से फौवारे के दवा बाजार में बड़े अग्निकांड को समय रहते टालने में सफलता मिली। उन्होंने बताया कि रविवार की शाम फौवारा दवा मंडी में रखे बिजली के ट्रांसफार्मर में आग लग गई। जिसकी सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई। कुछ ही देर पहले अतिक्रमण साफ होने के कारण दमकल सुगमता से तुरंत मौके पर पहुंच गई और बड़े हादसे को टाला जा सका। उन्होंने कहा कि आग इतनी भयंकर थी कि विद्युत कम्पनी टोरंट पावर को पुनः लाइन जोड़ने में करीब छह घंटे से ज़्यादा समय लगा।
शर्मा ने कहा कि पुराने शहर में अनेक मकानों को तुड़वाकर संकरी गलियों तक में मार्केट बना दिये गये हैं, लेकिन किसी मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। दुकानदारों के वाहन ही पूरी तरह सड़क घेर लेते हैं, जिससे पुराने शहर में अधिकांश ग्राहकों ने आना ही छोड़ दिया है। अतिक्रमण हटाकर यदि यातायात सुगम बनाया जाता है तो इससे दुकानदारों को ही लाभ होगा।
बिना जानकारी दिए क्यों चलाया अभियान
आगरा व्यापार मंडल के मीडिया प्रभारी जय पुरुसनानी ने कहा कि प्रशासन ने उनकी संस्था को पूर्व जानकारी के बाद ही अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रशासन ने वायदा नहीं निभाया। व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री व स्थानीय विधायक योगेंद्र उपाध्याय से इसकी शिकायत की। उनकी शिकायत पर नगर आयुक्त ने मंगलवार को नगर निगम में बैठक बुलाई है।
छोटे दुकानदारों के साथ अन्याय नहीं हो
आगरा मंडल व्यापार संगठन ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि शहर अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए लेकिन छोटे दुकानदारों, ठेल-ढकेल वालों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण व्यापार की स्थिति खराब है और छोटे छोटे व्यापारी तो जैसे-तैसे अपनी जीविका चला रहे हैं और ऊपर से इस समय महंगाई बेलगाम हो गई है। छोटे व मध्यम वर्गीय परिवार वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुझाव दिया गया है कि सरकार द्वारा हल्ला बोल गाड़ी चलाई जानी चाहिए जिससे वह गाड़ी व्यापारियों को सूचित करे कि वह अपने-अपने दुकानों के बाहर रखे सामानों को दुकान के अंदर रख लें। अगर वह नहीं सुनते हैं तो गाड़ी उनके सामानों को उठाकर ले जाने के लिए स्वतन्त्र हो। विज्ञप्ति जारी करने वालों में गोविंद अग्रवाल, पवन बंसल, त्रिलोक चंद शर्मा, राजेश गोयल, प्रकाश अग्रवाल, चरणजीत थापर, के पी सिंह, किशन गोयल, डीके जैन, नितिन अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, राकेश नारंग, रामशंकर शर्मा,  पंकज अग्रवाल, रिंकू अग्रवाल आदि शामिल हैं।

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments