सब्जी बेचने वाली एप से फंसा 11 लाख का ठग

अहमदाबाद से पकड़ लाई आगरा पुलिस, जेल भेजा
आधार कार्ड, बैंक खाते और ड्राइविंग लाइसेंस दूसरों के पते पर, मोबाइल सिम भी फर्जी आईडी पर ली
आगरा, 25 अप्रैल। अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, वर्तमान में पुलिस भी उसे ढूंढने में नवीनतम तकनीक का प्रयोग करने लगी है। यही कारण है कि थोड़ा समय भले ही लगे, लेकिन अपराधी पुलिस से बच नहीं पाता है। शहर के एक व्यापारी से ग्यारह लाख रुपये ठगने वाले एक शातिर ने पुलिस से बचने हर तरीके अपनाये, लेकिन एक एप ने उसे पुलिस की गिरफ्त में पहुंचा ही दिया।
गुजरात राज्य के अहमदाबाद के इस ठग ने शेयर ट्रेडिंग एडवाइजर बनकर आगरा के व्यापारी को 11 लाख रुपये का चूना लगाया था। मुकदमा दर्ज होने पर रेंज साइबर सेल ने जांच की। आरोपी का नाम, पता सभी फर्जी निकले। पता चला कि उसने ऑनलाइन सब्जी खरीदने के लिए एक एप डाउनलोड किया था। पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन सब्जी की टोकरी घर पहुंचाने वाली कंपनी की मदद ली और उसे अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
अर्जुन नगर निवासी सत्येंद्र ने थाना शाहगंज में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि एक युवक ने उनसे फोन पर संपर्क किया। खुद को शेयर ट्रेडिंग एडवाइजर बताया। उसने कहा कि अगर, वे उसके सुझावों पर शेयरों की खरीद-फरोख्त करेंगे तो ज्यादा मुनाफा होगा। सत्येंद्र उसकी बातों में आ गए। शुरुआत में उसने मुनाफा कराया। इस पर सत्येंद्र को विश्वास होने लगा। बाद में आरोपी ने बताया कि कुछ शेयर हाई रिस्क के होते हैं। तत्काल खरीदने होते हैं। ज्यादा मुनाफा होता है। इसके लिए फोन करके पूछने का भी समय नहीं होता है। इसलिए उनसे डीमैट अकाउंट का पासवर्ड ले लिया। उसने शेयरों की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी कर दी। इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड) से नोटिस जारी हो गया। नोटिस मिलने पर व्यापारी घबरा गया। उन्होंने आरोपी से बात की। इस पर आरोपी ने कुछ ही दिन में 11 लाख रुपये का घाटा करा दिया। हाई रिक्स वाले शेयर महंगे दामों पर खरीद लिए और सस्ते दाम में बेच दिए। खरीदने वाली उसकी ही पत्नी निकली।
साइबर सेल की जांच में पता चला कि आरोपी अखिलेश श्रीवास्तव अहमदाबाद में रह रहा है। पुलिस को यह नहीं पता था कि आरोपी कहां रहता है। आधार कार्ड पर लिखा पता गलत था। उसके बैंक खाते और ड्राइविंग लाइसेंस तक दूसरों के पते पर बने थे। मोबाइल का सिम भी फर्जी आईडी पर जारी कराई गई थी। 
इस पर आरोपी को पकड़ने के लिए साइबर सेल ने तकनीक का सहारा लिया। आरोपी अखिलेश श्रीवास्तव ने बिग बास्केट नाम से एक एप अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड किया था। कंपनी घरों में ऑनलाइन बुकिंग पर सब्जी भेजने का काम करती है। पुलिस ने सोचा कि आरोपी ने यह एप भी सब्जी घर मंगवाने के लिए डाउनलोड किया होगा। जानकारी में सामने आया कि आरोपी ने अहमदाबाद के गांधी आश्रम स्थित फोर स्कॉन ग्रीन बंगला में सब्जी मंगाई थी। सब्जी की टोकरी लेकर कंपनी के कर्मचारी की जगह पुलिस पहुंच गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे आगरा लेकर आए। इसके बाद जेल भेज दिया गया। 

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