एक प्रकार का सट्टा है क्रिप्टो करेंसी!

आगरा, 13 मार्च। क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार का सट्टा है, जिसको किसी भी प्रकार की संपत्ति का समर्थन प्राप्त नहीं है। क्रिप्टो को खरीदने-बेचने से होने वाली आय में खर्चे की छूट नहीं मिलेगी। केवल करेंसी को खरीदने की लागत के खर्चे कम किया जायेगा। यह जानकारी यहां चल रही चार्टर्ड अकाउंटेन्ट्स की द्विदिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेंस में दी गई।

दिल्ली से आये सीए विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि क्रिप्टो को खरीदने-बेचने से होने वाली आय को किसी अन्य श्रोत से होने वाले किसी नुकसान से सेटऑफ नहीं किया जायेगा। उन्होंने बताया कि क्रिप्टो करेंसी की बिक्री पर एक प्रतिशत दर से टीडीएस काटा जायेगा। साथ ही गिफ्ट की परिभाषा में वर्चुअल करेंसी को भी जोड़ दिया गया है।

होटल होलीडे इन में हुई इस कांफ्रेंस में सीए तरुण महाजन ने विभिन्न अधिनियमों के तहत मूल्यांकन आवश्यकताओं,  स्टार्ट-अप और आईपीओ का मूल्यांकन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार इस विषय में एक संस्था की स्थापना का विचार कर रही है, जो चार वर्षीय मूल्यांकन कोर्स आयोजित करेगी। अतुल्य भट्ट और धनन्जय लोचवे ने क्रिप्टो मुद्रा अध्ययन पर मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि क्रिप्टो करेंसी का जनरेशन किस प्रकार होता है और किस प्रकार ट्रेड किया जाता है।

इससे पूर्व दूसरे दिन के सत्रों का उदघाटन अतुल मेहरोत्रा अध्यक्ष सी.आई.आर.सी., किशोर हेमराज उपाध्यक्ष सी.आई.आर.सी., लोकेश माहेश्वरी सचिव सी.आई.आर.सी., राजीव गुप्ता कोषाध्यक्ष सी.आई.आर.सी., तरुण महाजन, अतुल्य भट्ट, धनंजय लोचवे और विनोद कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। उदघाटन भाषण शाखा अध्यक्ष गौरव बंसल ने किया। समापन अवसर पर कांफ्रेंस की विभिन्न समितियों के अध्यक्षों, संयोजकों, सह-संयोजकों को प्रतीक चिन्ह भेंट किये गए। कांफ्रेंस का संचालन पूजा गुरवानी, ऋतिक माहेश्वरी, शुभम अग्रवाल, प्रिया अग्रवाल ने किया। 


 

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